ओडिशा की 17 यूनिवर्सिटी में 19 छात्राएं हुईं उत्पीड़न की शिकार, विधानसभा में मंत्री ने दी जानकारी
ओडिशा के विश्वविद्यालयों में छात्राओं की सुरक्षा सवालों के घेरे में है। उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष 17 विश्वविद्यालयों की 19 छात्राओं को उत्पीड़न का सामना करना पड़ा जिसमें यौन और मानसिक उत्पीड़न शामिल हैं। सरकार ने शक्तिश्री पहल शुरू की है जिसके तहत कॉलेजों में सशक्तिकरण सेल बनाए जाएंगे ताकि छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा की यूनिवर्सिटियों में छात्राओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
विधानसभा में शुक्रवार को उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने खुलासा किया कि बीते साल जून से अब तक राज्य की 17 यूनिवर्सिटियों की 19 छात्राओं को अलग-अलग तरह के उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है।
मंत्री ने बताया कि इनमें से 6 छात्राओं को यौन उत्पीड़न, 9 को मानसिक उत्पीड़न जबकि 2 छात्राओं को अभद्र व्यवहार का शिकार होना पड़ा। यह जानकारी उन्होंने बीजद विधायक तुषारकांति बेहरा के सवाल के लिखित उत्तर में दी।
गौरतलब है कि जुलाई महीने में ही ओडिशा सरकार ने छात्राओं और महिला स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘शक्तिश्री पहल’ की शुरुआत की थी।
यह कदम उस दर्दनाक घटना के बाद उठाया गया, जब बालेश्वर के फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की 20 वर्षीय छात्रा ने कथित यौन उत्पीड़न से तंग आकर आत्मदाह कर लिया था।
सरकार की योजना के तहत अब 16 राज्य विश्वविद्यालयों और 730 सरकारी व सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में ‘शक्तिश्री सशक्तिकरण सेल’ बनाए जाएंगे।
इसमें एक छात्रा को ‘शक्तिश्री साथी’ और एक महिला प्रवक्ता को शामिल किया जाएगा। साथ ही, हर जिले में कलेक्टर पांच ‘शक्ति सहयोगी’ नियुक्त करेंगे, जो इस पहल को आगे बढ़ाएंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।