Odisha Flood: ओडिशा में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात
Odisha Flood ओडिशा में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। मलकानगिरी में सबसे ज्यादा बारिश हुई है जहां बाढ़ में फंसे 1700 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मयूरभंज के बेतनटी में वज्रपात से दो किसानों की मौत हो गई है। कोरापुट में जलापुट बांध से पानी छोड़े जाने के बाद आंध्र प्रदेश और ओडिशा को जोड़ने वाला एक लोहे का पुल बह गया है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा में हो रही भारी बारिश से जगह-जगह तबाही की स्थिति है। राज्य के सभी 30 जिले में वर्षा हो रही है।
मलकानगिरी में सर्वाधिक वर्षा रिकार्ड की गई है। यहां बाढ़ में फंसे 1700 लोगों को स्थानांतरित कर राहत शिविर में रखा गया है।
कोरापुट जिले में भी वर्षा का काफी प्रभाव देखा गया है। मयूरभंज जिले के बेतनटी में वज्रपात से दो किसानों की मौत हो गई है।
वहीं, कोरापुट में जलापुट बांध से पानी छोड़े जाने के बाद आंध्र प्रदेश और ओडिशा को जोड़ने वाला एक लोहे का पुल बह गया है, जिससे दोनों राज्यों के बीच संपर्क टूट गया है।
भारी बारिश से जनजीवन बेहाल
प्रदेश में लगातार हो रही वर्षा से जनजीवन बेहाल है। कहीं घर टूट गए हैं तो कहीं घरों में पानी घुस गया है। बाढ़ जैसी स्थिति के कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। नदी, नाले, पोखर व रास्ते से लेकर घरों तक हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है।
कंधमाल जिले के दारिंगीबाड़ी प्रखंड की काटिंगिया पंचायत के बिंधाणी गांव में कई कच्चे घर ध्वस्त हो गए हैं। मंगलवार दोपहर के वक्त मयूरभंज जिले के बेतनटी में खेत में काम कर रहे किसान बुडुरूबणी गांव निवासी गोविंद और शंखजोड़ गांव निवासी शिव हांसदा की वज्रपात की चपेट में आकर मौत हो गई।
राजस्व मंत्री ने की बाढ़ की स्थिति की समीक्षा
प्रदेश में लगातार वर्षा एवं बाढ़ की स्थिति की राजस्व एवं आपदा संचालन मंत्री सुरेश पुजारी ने समीक्षा की। बैठक के बाद मंत्री ने कहा कि सरकार सभी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री भी घटना पर नजर रखे हुए हैं। सभी जिलाधीशों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं, मलकानगिरि में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए छह राज्य आपदा राहत बल की छह टीमों और पांच दमकल टीमों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, 80 नावों को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है।
केन्द्र सरकार के गृह विभाग के सचिव के साथ राज्य के अतिरिक्त सचिव ने बात की है। स्थिति से निपटने के लिए चापर को भी तैयार रखा गया है।