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    ओडिशा में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, पवित्र मोहन सामल बने कानून विभाग के प्रमुख सचिव

    By S.K PandeyEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Wed, 29 Oct 2025 09:23 PM (IST)

    ओडिशा सरकार ने पवित्र मोहन सामल को कानून विभाग का प्रिंसिपल सेक्रेटरी नियुक्त किया है। पूर्व सचिव मानस रंजन बारिक को कटक स्थानांतरित किया गया है। पवित्र मोहन सामल पहले बलांगीर जिला एवं सत्र न्यायाधीश थे। सरकार ने कई अन्य न्यायिक अधिकारियों का भी तबादला किया है। यह कदम प्रशासनिक दक्षता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए उठाया गया है।

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    ओडिशा में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, पवित्र मोहन सामल बने कानून विभाग के प्रमुख सचिव

    जागरण संवाददाता, अनुगुल। ओडिशा सरकार ने बुधवार को प्रशासनिक स्तर पर बड़ा बदलाव करते हुए वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी पवित्र मोहन सामल को कानून विभाग का प्रिंसिपल सेक्रेटरी नियुक्त किया है। इस संबंध में राज्य सरकार ने आधिकारिक अधिसूचना जारी की है। पूर्व प्रमुख सचिव मानस रंजन बारिक को उनके वर्तमान पद से हटाकर कटक के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित किया गया है।

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    कौन हैं पवित्र मोहन सामल?

    पवित्र मोहन सामल अब तक बलांगीर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे। न्यायिक सेवा में उनकी गिनती अनुशासित और निष्पक्ष अधिकारियों में होती है। उनकी नियुक्ति को राज्य सरकार की न्यायिक-प्रशासनिक प्रणाली में सुधार की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है

    एक साथ हुए कई तबादले

    सरकार की अधिसूचना के अनुसार, कई अन्य न्यायिक अधिकारियों के तबादले भी किए गए हैं- असंत कुमार दास को गंजाम (बरहमपुर) में जिला एवं सत्र न्यायाधीश बनाया गया है।

    प्रद्युम्न कुमार नायक को जगतसिंहपुर जिले में इसी पद पर नियुक्त किया गया है। यह कदम न्यायिक कार्यप्रणाली को और अधिक सशक्त और पारदर्शी बनाने के प्रयास का हिस्सा बताया जा रहा है।

    क्यों अहम है यह पद?

    कानून विभाग राज्य की न्यायिक नीति, अधिनियम निर्माण, और उच्च न्यायालय से जुड़े प्रशासनिक कार्यों की रीढ़ माना जाता है। प्रिंसिपल सेक्रेटरी का पद अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, जो राज्य सरकार और न्यायपालिका के बीच समन्वय की भूमिका निभाता है।

    सरकार के संकेत

    राज्य सरकार ने हाल के महीनों में कई विभागों में फेरबदल किए हैं। माना जा रहा है कि यह परिवर्तन प्रशासनिक दक्षता और जवाबदेही बढ़ाने की दिशा में व्यापक पुनर्गठन का हिस्सा है।