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    लगातार बारिश से पानी में डूबा ओडिशा का मलकानगिरी जिला, बाहरी दुनिया से कटा कालीमेला प्रखंड का संपर्क

    By Jagran NewsEdited By: Arijita Sen
    Updated: Thu, 20 Jul 2023 10:45 AM (IST)

    ओडिशा में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से कई जिले प्रभावित हैं। इनमें से मलकानगिरी की हालत सबसे खराब है। यहां के संपर्क बाहरी दुनिया से कट गया है। सड़कें पुल पूरी तरह से जलमग्‍न है। ऐसे में यातायात व्‍यवस्‍था ठप है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जाती हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। यहां से छत्‍तीसगढ़ के लिए भी यातायात बाधित है।

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    भारी बारिश की वजह से जलमग्‍न हुआ ओडिशा का मलकानगिरी जिला।

    जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। प्रदेश में हो रही लगातार वर्षा एवं बाढ़ से ओडिशा का मलकानगिरी जिला जलमग्न हो गया है। कालीमेला प्रखंड का संपर्क बाहरी दुनिया से कट गया है। लगातार वर्षा से नदी-नाले उफान पर हैं और अब पूरा मलकानगिरी जिला बाढ़ की चपेट में आ गया है।

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    पुल डूबने से यातायात हुआ ठप

    एक दिन पहले जहां पोटेरू और एमवी-37 पुल बाढ़ के पानी मे डूबा था, तो वहीं आज पंगम, कंगुरकोंडा, एमवी-90, एमवी-96 और कन्याश्रम पुल जलमग्न हो गया है इसलिए यातायात रोक दिया गया है और कई इलाकों का संपर्क टूट गया है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के लिए यातायात ठप होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। कालीमेला प्रखंड बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इसी तरह मैथिली से मलकानगिरी तक यातायात बाधित हो गया है।

    कालीमेला प्रखंड बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित

    कल सुबह से हो रही बारिश की मात्रा बढ़ने के बाद जिले में हालात और खराब हो गए हैं। इससे पहले नदियों का जलस्तर अधिक होने के कारण बाढ़ के पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। नतीजतन, राष्ट्रीय राजमार्ग 326 पर बने पुल पर 4 से 5 फीट की ऊंचाई पर पानी बह रहा है। कालीमेला प्रखंड बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट गया है। पोटेरू पुल से पांच फुट की ऊंचाई पर बाढ़ का पानी भर जाने के कारण मलकानगिरी से कालीमेला, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना तक वाहनों की आवाजाही कल रात से निलंबित है।

    पोटेरू और कालीमेला के बीच कंगुरकोंडा पुल पर भी इसी तरह की स्थिति देखी गई। कालीमेला से मोटू को जोड़ने वाली सड़क पर एमवी-90 और एमवी-96 पुल पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। कन्याश्रम पुल के साथ कालीमेला-पड़िया मार्ग के साथ 10 किलोमीटर के दायरे में सड़कें जलमग्न होने से छत्तीसगढ़ के लिए यातायात भी ठप हो गया है।