सावधान! डिजिटल अरेस्ट के जाल में फंसी रायगड़ा की डॉक्टर, ठगों ने लूटे 12 लाख रुपये
ओडिशा के रायगड़ा में एक डॉक्टर डिजिटल अरेस्ट के जाल में फंस गईं, जिससे उन्हें 12 लाख रुपये का नुकसान हुआ। साइबर ठगों ने उन्हें डराकर यह रकम ठग ली। पुल ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी का एक और मामला सामने आया है। रायगड़ा जिले में एक महिला डॉक्टर इस साइबर ठगी का शिकार हो गईं।ठगों ने खुद को कूरियर कंपनी और पुलिस अधिकारी बताकर डराया और 12 लाख रुपये की ठगी कर ली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, डॉ. ममता चौधरी, जो रायगड़ा में मुख्य जिला चिकित्सा एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीडीएम एंड पीएचओ) कार्यालय में अतिरिक्त जिला सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, को एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया।
फोन करने वाले ने खुद को कूरियर कार्यालय से बताते हुए कहा कि उनके आधार कार्ड से जुड़ा एक संदिग्ध पार्सल पकड़ा गया है, जिस पर गंभीर आरोप दर्ज हैं।
दूसरे व्यक्ति को किया कॉल ट्रांसफर
इसके बाद कॉल को दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफर कर दिया गया, जिसने स्वयं को पुलिस अधिकारी बताया।उसने डॉक्टर को कानूनी कार्रवाई की धमकी दी और कहा कि जांच पूरी होने तक वे घर से बाहर न निकलें।भय और दबाव में आकर महिला डॉक्टर ने ठगों के निर्देशों का पालन किया।
दो दिनों तक चली इस तथाकथित ‘डिजिटल जांच’ के दौरान ठगों ने उनसे अलग-अलग किस्तों में 12 लाख रुपये से अधिक की राशि ठग ली।बाद में जब डॉक्टर को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने रायगड़ा टाउन थाना में शिकायत दर्ज कराई।मामले की सूचना मिलते ही टाउन पुलिस और साइबर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी को इस तरह के डिजिटल अरेस्ट या संदिग्ध कॉल आएं, तो डरने के बजाय तुरंत पुलिस या साइबर सेल से संपर्क करें।

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