Odisha Weather Update: मोंथा चक्रवात को लेकर हाई अलर्ट पर उड़ीसा, राज्य में भारी बारिश की चेतावनी
ओडिशा में चक्रवात के खतरे के कारण अलर्ट जारी किया गया है। राज्य के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा की आशंका है। मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया है। सरकार ने नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और सावधानी बरतने का निर्देश दिया है। चक्रवात के खतरे को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।

उड़ीसा में मोंथा चक्रवात को लेकर अलर्ट जारी
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना गहरा निम्न दबाव चक्रवाती रूप लेने की दिशा में अग्रसर है। शनिवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे यह दबाव क्षेत्र बना। 27 अक्टूबर तक इसके चक्रवात का रूप लेने की संभावना जताई गई है।
यह संभावित चक्रवात आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा है। हालांकि यह कहां लैंडफॉल करेगा, इस पर अभी स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है। मगर इस चक्रवात के प्रभाव से आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा के कई हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है।
दक्षिण ओडिशा में भारी बारिश की संभावना
आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ते संभावित चक्रवात का ओडिशा पर सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन 27 से 29 अक्टूबर तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी वर्षा की संभावना है। विशेष रूप से मलकानगिरी और कोरापुट में अत्यधिक वर्षा होने की संभावना है। वहीं दक्षिण और तटीय ओडिशा में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है। यह जानकारी मौसम विशेषज्ञ विश्वजीत साहू ने दी है।
अशांत रहेगा समुद्र
26 अक्टूबर से यह प्रणाली और अधिक शक्तिशाली होकर गहरे निम्न दबाव में बदल जाएगी। सोमवार (27 अक्टूबर) सुबह तक इसके और घनीभूत होकर दक्षिण-पश्चिम तथा सन्निहित पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में समुद्री तूफान या चक्रवात का रूप लेने की संभावना है।
यह कितना प्रचंड होगा, इसकी दिशा क्या होगी और यह कहां लैंडफॉल करेगा, इस पर अभी कोई स्पष्ट सूचना नहीं है।संभावित चक्रवात के कारण ओडिशा तटवर्ती समुद्र अशांत रहेगा। इस कारण मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है
27 से 30 अक्टूबर तक वर्षा: मनोरमा महांति
भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक मनोरमा महांती ने कहा है कि 27 अक्टूबर से वर्षा शुरू होगी, जो 30 अक्टूबर तक जारी रहेगी।हवा की गति 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहेगी, जबकि झोंकों की गति 80 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। राज्य के बंदरगाहों को तीसरा चेतावनी संकेत जारी किया गया है और मछुआरों को समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है।
राज्य सरकार सतर्क और तैयार
राज्य सरकार ने विभिन्न विभागों को अलर्ट पर रखा है। विशेष राहत आयुक्त कार्यालय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जल संसाधन विभाग ने भी अपने अधिकारियों को सतर्क और तैयार रहने को कहा है।
संभावित चक्रवात को लेकर राजस्व मंत्री सुरेश पुजारी ने समीक्षा की। उन्होंने कहा कि चक्रवात की स्थिति को देखते हुए स्कूलों की छुट्टी को लेकर कल निर्णय लिया जाएगा।सभी सरकारी कर्मचारियों को दफ्तरों में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।

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