सौम्या श्री आत्मदाह मामला: ओडिशा में 17 जुलाई को बंद का आह्वान, कांग्रेस समेत कई दलों के नेता होंगे शामिल
बालेश्वर में फकीर मोहन कॉलेज की छात्रा सौम्या श्री की आत्महत्या के बाद कांग्रेस और वामपंथी दलों ने 17 जुलाई को ओडिशा बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस अध्यक्ष भक्त चरण दास ने बताया कि इस बंद में 7 दल शामिल होंगे। उन्होंने सौम्या श्री की हत्या की आशंका जताते हुए लोगों से बंद को सफल बनाने की अपील की है।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की छात्रा सौम्या श्री की आत्महत्या की खबर सामने आने के बाद, कांग्रेस और वामपंथी दलों ने 17 जुलाई को ओडिशा बंद का आह्वान किया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने यह जानकारी दी है।
पंचतत्व में विलीन होती बालेश्वर की सौम्या श्री। जागरण
दास ने बालेश्वर फकीर मोहन महाविद्यालय की छात्रा के आत्मदाह के संबंध में संयुक्त विपक्षी दल द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की। कांग्रेस और वामपंथी दलों ने 17 जुलाई को ओडिशा बंद का आह्वान किया है।
भक्त चरण दास ने कहा कि इस बंद में 7 राजनीतिक दल शामिल हैं। हमने राज्य के लोगों से बंद का पूरा समर्थन करने का आह्वान किया है। भक्त चरण दास ने कहा है कि सौम्या श्री की हत्या हुई है। ऐसे में स्कूल, कॉलेज, दुकानें, बाजार, वाहन और मोटरें बंद करने का आह्वान किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए, हमने सभी से महिलाओं और लोगों की सुरक्षा के लिए इस बंद को सफल बनाने का आह्वान किया है। हम पूरे ओडिशा में शांतिपूर्ण तरीके से बंद का पालन करेंगे।
यह भी पढ़ें: AIIMS भुवनेश्वर में सौम्याश्री ने तोड़ा दम, पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक गांव; CM माझी ने की सहायता राशि देने की घोषणा
वहीं, ओडिशा विधानसभा में विपक्ष के नेता और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने बालेश्वर एफएम कॉलेज की छात्रा की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया कि एम्स में इलाज करा रही बालेश्वर एफएम कॉलेज की पीड़िता की मौत की खबर सुनकर दुखी हूँ। ईश्वर उनके परिवार को ऐसे समय का सामना करने के लिए असीम धैर्य प्रदान करे।
नवीन पटनायक ने लिखा है कि यह मन को और भी विचलित कर देने वाला है कि कैसे एक नाकाम व्यवस्था किसी की जान ले सकती है। सबसे ज़्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि यह कोई हादसा नहीं, बल्कि एक ऐसी व्यवस्था का नतीजा है जो मदद करने के बजाय चुप रही। न्याय पाने के लिए संघर्ष करती उस लड़की ने आखिरकार अपनी आँखें बंद कर लीं।
उल्लेखनीय है कि इस घटना के विरोध में कांग्रेस ने पूरे राज्य में कैंडल मार्च निकाला और सौम्या श्री की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इसमें वामपंथी दल और एनसीपी भी शामिल हैं। भाजपा सत्ता में आने के बाद किसी की नहीं सुन रही है। नैतिक दृष्टि से इस सरकार को सत्ता से हट जाना चाहिए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।