Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Odisha News: जगन्नाथ धाम को ऐतिहासिक धार्मिक-सांस्कृतिक पर्यटन स्थल बनाएगी सरकार, सीएम में बताया पूरा प्लान

    Updated: Fri, 15 Aug 2025 05:46 PM (IST)

    स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने ओड़िया अस्मिता को विकास का चौथा स्तंभ बताया। उन्होंने जगन्नाथ संस्कृति को ओड़िया अस्मिता का अभिन्न अंग बताते हुए पुरी को विश्वस्तरीय धार्मिक-सांस्कृतिक पर्यटन स्थल बनाने की प्रतिबद्धता जताई। ओड़िया भाषा को सरकारी कार्यों में अनिवार्य किया गया है और महापुरुष आदर्श ग्राम योजना के तहत महापुरुषों के जन्म स्थलों को विकसित किया जाएगा।

    Hero Image
    श्री जगन्नाथ धाम को ऐतिहासिक धार्मिक-सांस्कृतिक पर्यटन स्थल बनाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि हमारे विकास मॉडल का चौथा स्तंभ ओड़िया अस्मिता है। जगन्नाथ संस्कृति के बिना ओड़िया अस्मिता की कल्पना नहीं की जा सकती। इसलिए जगन्नाथ धाम को एक ऐतिहासिक धार्मिक-सांस्कृतिक पर्यटन स्थल बनाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पुरी को महानगर निगम बनाने के निर्णय के साथ ही वहां एक विश्वस्तरीय श्री जगन्नाथ संग्रहालय, पुस्तकालय, अनुसंधान केंद्र, इंटरप्रिटेशन सेंटर और एक्वेरियम के निर्माण का कार्य भी शुरू हो चुका है। इसके साथ ही ओड़िया भाषा को सरकारी कार्यों में अनिवार्य कर दिया गया है।

    ओड़िशा के महापुरुष ही ओड़िया अस्मिता की आत्मा हैं। उनके जन्म स्थल और ग्राम आज भी उपेक्षित हैं। इसलिए इसे सुधारने के लिए महापुरुष आदर्श ग्राम योजना बनाई गई है। इस योजना के अंतर्गत महापुरुष के जन्म वाले पूरे ग्राम पंचायत को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किया जाएगा। यही महापुरुषों के प्रति हमारी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी।

    उन्होंने आगे कहा कि हर सरकार अपनी क्षमता और विचारधारा के अनुसार शासन-प्रशासन करती है। लेकिन आम लोग हमेशा कहते हैं कि उनके सुख-दुख सुनने वाला कोई नहीं है और भ्रष्टाचार के कारण वे विभिन्न योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते। इसे दूर करने के लिए मैं व्यक्तिगत रूप से जन सुनवाई कर रहा हूं।

    पिछले एक वर्ष में 14 जन सुनवाई कर 20 हजार से अधिक शिकायतें सुनी गईं और इनमें से 90 प्रतिशत से भी अधिक समस्याओं का समाधान किया गया। इसलिए लोग कह रहे हैं – 'हमारी सरकार है, जनता की सरकार'।

    शासन-प्रशासन के दूसरे पहलू को भी सरकार ने गंभीरता से लिया है। चपरासी से लेकर आईएएस तक सभी भ्रष्ट अधिकारी सरकार की नजर में हैं। ‘आंख नहीं, कान नहीं, बजा तो दोष नहीं’ की नीति में अब सतर्कता विभाग की तलवार चल रही है। पहले कार्रवाई होगी, फिर पद देखा जाएगा। भ्रष्टाचारी की हर रात भय और चिंता में कटे इसकी गारंटी मैं देता हूं।

    पर्यावरण संरक्षण के बिना विकास असंभव है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी जी ने नागरिकों में पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता बढ़ाने के लिए पिछले वर्ष 'एक पेड़ मां के नाम' कार्यक्रम शुरू किया था। इस वर्ष ओड़िशा में इस कार्यक्रम को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए हमारी सरकार ने माननीय मोदी जी के 75वें जन्मदिन पर 75 लाख पौधे लगाने का निर्णय लिया है।

    ओडिशा से प्रेम करने वाले और राज्य के विकास को हमेशा केंद्र में रखने वाले माननीय मोदी जी के प्रति यह राज्यवासियों का स्नेहपूर्ण उपहार होगा। इसलिए मैं आप सबसे खासकर माताओं और बहनों से अनुरोध करता हूं कि आप बड़ी संख्या में इस वृक्षारोपण अभियान में शामिल होकर इसे सफल बनाएं।

    यह भी पढ़ें- RSS प्रमुख मोहन भागवत ने भुवनेश्वर में किया ध्वजारोहण, बोले- सभी की सुरक्षा और सुख प्राप्ति के लिए हुए स्वतंत्र