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Kalahandi: इंद्रावती म्यूजियम बताएगा कालाहांडी के विकास की कहानीः नवीन पटनायक

Kalahandi मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि भूख का भूगोल कहे जाने वाले कालाहांडी अब अन्न से परिपूर्ण है। कालाहांडी जिला धान के उत्पादन में राज्य में दूसरा स्थान हासिल कर लिया है। देश में सामान्य आवंटन व्यवस्था में भी जिला चावल मुहैया कर रहा है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 14 Jan 2021 06:42 PM (IST)Updated: Thu, 14 Jan 2021 06:42 PM (IST)
Kalahandi: इंद्रावती म्यूजियम बताएगा कालाहांडी के विकास की कहानीः नवीन पटनायक
नवीन पटनायक ने कहा, इंद्रावती म्यूजियम बताएगा कालाहांडी के विकास की कहानी। फाइल फोटो

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। Kalahandi: ओडिशा में कालाहांडी गरीबी का परीक्षण केंद्र नहीं है बल्कि आज विकास का मॉडल बन गया है। गुरुवार को एक दिवसीय कालाहांडी जिले के दौरे पर गए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक यह बात कही है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जिले में 2085 करोड़ रुपये से बनने वाले 54 प्रोजेक्टों का उद्घाटन व 52 प्रोजेक्टों का शिलान्यास किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कालाहांडी जिले के लोग मुझे बहुत प्यार करते हैं। मैं भी कालाहांडी के लोगों को बहुत प्यार करता हूं। कालाहांडी की मिट्टी में मेरा जितना बूंद खून-पसीना बहा है, यहां के विकास के लिए मैं उससे 10 गुना ज्यादा परिश्रम करूंगा। 

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नवीन पटनायक ने वर्ष 2000 में ओडिशा के मुख्यमंत्री के तौर दायित्व संभाला था। उस समय को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा के लोगों की सेवा करने का जब मुझे अवसर मिला, उस समय बीजू बाबू के मन की बात बार-बार मेरे मन में आ रही थी और कालाहांडी के विकास के लिए मुझे रास्ता दिखा रही थी। इस बीच, कालाहांडी की छवि उज्जवल हो चुकी है। नए ओडिशा के लिए रास्ता दिखाया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि भूख का भूगोल कहे जाने वाले कालाहांडी अब अन्न से परिपूर्ण है। कालाहांडी जिला धान के उत्पादन में राज्य में दूसरा स्थान हासिल कर लिया है। देश में सामान्य आवंटन व्यवस्था में भी जिला चावल मुहैया कर रहा है। 10 राज्य केंद्रीय भंडार को जितना चावल दे रहा है, कालाहांडी जिले उतना अकेले चावल मुहैया करा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब यहां के लोगों की दृढ़ इच्छा शक्ति व कठिन परिश्रम तथा आत्मविश्वास का परिणाम है। कालाहांडी के किसान बैंक खाते में सीधे तौर पर 1200 करोड़ रुपये दिया गया है। जल सिंचाई सुविधा तीन गुना बढ़ा दी गई है। स्वास्थ्य व पौष्टिक क्षेत्र में अच्छे कार्य के लिए कालाहांडी जिला पूरे देश में बेस्ट प्रदर्शन करने वाला जिला बना है। मत्स्य पालन में भी देश के श्रेष्ठ जिले का तमगा हासिल किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2000 में कालाहांडी जिले में शिशु मृत्युदर प्रति एक हजार में 76 थी, मातृ मृत्युदर 432 थी। राज्य सरकार के विशेष कार्यक्रम के कारण आज यह दर काफी कम हो गई है। हम काफी संख्या में शिशु  व मां का जीवन बचा पा रहे हैं। कालाहांडी जिले में आए इस युगांतकारी परिवर्तन का श्रेय इंद्रावती नदी को देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इंद्रावती नदी हमारी मां है और कालाहांडी की जीवन रेखा। यह अपनी प्रत्येक जल बूंद देकर कालाहांडी को समृद्ध कर रही है। कालाहांडी लोगों के शरीर में नदी का पानी रक्त बनकर बह रही है। मां इंद्रावती के इस अवदान को सम्मान देते हुए यहां पर एक संग्रहालय व उद्यान निर्माण किए जाने की भी घोषणा मुख्यंत्री ने कही है। यह म्यूजियम पूरी दुनिया को कालाहांडी की कहानी बताएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उद्यान में इंद्रावती एक भव्य मंदिर निर्माण बनाया जाएगा। इंद्रावती के एक भी बूंद पानी को नष्ट नहीं होने दिया जाएगा। कालाहांडी के विकास में पूरा पानी लगाया जाएगा। इसके साथ ही अगली पीढ़ी के लिए इंद्रावती के पानी को सुरक्षित रखने को संकल्प लेने का आह्वान भी मुख्यमंत्री ने किया है। उद्घाटन व शिलान्यास कार्यक्रम में मेगा उठा जल सिंचाई व्यवस्था, फूड पार्क, नया बिजली फीडर लाइन, भवानीपाटना में नया बस स्टेंड, रास्ता, ब्रीज आदि विभिन्न प्रोजेक्ट शामिल है। इस कार्यक्रम में मंत्री टुकुनी साहू, मंत्री रघुनंदन दास, मंत्री दिव्य शंकर मिश्र प्रमुख ने भी अपने अपने विचार रखे। प्रिंस डांस ग्रुप ने इस अवसर पर नृत्य पेश किया। 


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