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28 साल से पुलिस को चकमा दे रहे हत्‍यारोपी को आखिरकार पुलिस ने धर दबोचा, सास की हत्‍या के बाद से था फरार

ओडिशा के ब्रह्मपुर पुलिस की सहायता से चेन्नई पुलिस ने 28 साल से चकमा दे रहे एक आरोपी को धर दबोचा है। हरिहर ने 9 अगस्त 1995 के दिन अपनी सास रमा पत्नी इंदिरा और साले कार्तिक पर चाकू से जानलेवा मामला कर दिया था जिसमें सास रमा की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से वह फरार चल रहा था।

By Jagran News Edited By: Arijita Sen Published: Tue, 26 Dec 2023 04:30 PM (IST)Updated: Tue, 26 Dec 2023 04:30 PM (IST)
फोटो: 28 वर्ष बाद पुलिस की गिरफ्त में हत्यारोपी हरिहर।

संवाद सूत्र, संबलपुर। ओडिशा के ब्रह्मपुर पुलिस की सहायता से चेन्नई पुलिस ने दीर्घ 28 वर्षों से पुलिस की आंखों में धूल झोंककर छिपते फिर रहे एक हत्यारोपी हरिहर पट्टजोशी को मंगलवार के दिन गिरफ्तार कर लिया। हरिहर के खिलाफ अपनी सास की हत्या और पत्नी समेत साले पर जानलेवा हमला करने का आरोप है।

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हत्‍या के बाद हरिहर फरार हो गया था

इस बारे में जानकारी देते हुए ब्रह्मपुर पुलिस अधीक्षक विवेक सरवनन ने बताया है कि ब्रह्मपुर का हरिहर पट्टजोशी ने तमिलनाडु के चेन्नई की इंदिरा से विवाह किया था और चेन्नई के नंगनल्लूर इलाके में अपनी पत्नी इंदिरा, सास रमा और साले कार्तिक के साथ रहता था।

किसी घरेलू कलह की वजह से हरिहर ने 9 अगस्त, 1995 के दिन अपनी सास रमा, पत्नी इंदिरा और साले कार्तिक पर चाकू से जानलेवा मामला कर दिया था, जिसमें सास रमा की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद हरिहर फरार हो गया था। चेन्नई की एस:8 अदंबक्कम पुलिस स्टेशन में हत्या का मामला दर्ज किया गया था और जांच शुरू की थी।

1995 को दिया था हत्‍या को अंजाम

आरोपी हरिहर चेन्नई में एक विज्ञापन कंपनी के प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था और उसकी पत्नी इंदिरा चेन्नई में एक अन्य कंपनी में टेलीमार्केटिंग एक्जीक्यूटिव के रुप में काम करती थी।

काम से संबंधित असाइनमेंट के कारण उनकी मुलाकात हुई और प्यार हो गया और 14 जुलाई, 1994 में उन्होंने शादी कर ली, लेकिन शादी के कुछ महीने बाद घरेलू हिंसा के कारण दोनों अलग हो गए थे।

तब इंदिरा ने स्थानीय अदालत में तलाक के लिए अर्जी दायर की। इससे आरोपी हरिहर पट्टजोशी क्रोधित था और हत्या वाले दिन यानि 9 अगस्त, 1995 के दिन उसने अपनी पत्नी, सास और साले पर हमला कर दिया।

कई बार छापेमारी के बाद भी पुलिस के हाथ नहीं आया हरिहर

इस घटना के बाद से फरार आरोपी हरिहर ओडिशा और गुजरात के सूरत में विभिन्न स्थानों पर छिपा हुआ था। पहले वह गंजाम जिला के आस्का में एक दोस्त के घर में छिपा था, जहां उसकी मुलाकात एक अन्य महिला से हुई और वर्ष 2001 में उससे महिला से शादी कर ली। दोनों की एक बेटी भी है।

हरिहर ब्रह्मपुर में एक मसाला फैक्ट्री में काम शुरू किया। इसके बाद वह केंद्रापाड़ा में बजाज बीमा कंपनी में सेल्समैन के रुप में, फिर ब्रह्मपुर में एक चिटफंड कंपनी में मैनेजर के रुप में काम किया। इस दौरान वह कई बार घर बदला। पिछले 28 वर्षों में पुलिस की कई टीमों ने ब्रह्मपुर और आसपास के स्थानों पर डेरा डाला और छापेमारी की, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका।

28 सालों से पुलिस को दे रहा था चकमा

बताया गया है कि लगभग एक सप्ताह पहले चेन्नई के अडंबक्कम पुलिस स्टेशन की चार सदस्यीय टीम ब्रह्मपुर पुलिस जिले के गोसानी नुआगांव थाने पहुंची और यहां की पुलिस की सहायता से दीर्घ 28 वर्षों से पुलिस से छिपते फिर रहे हत्यारोपी हरिहर को गिरफ्तार करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ चेन्नई ले गई।

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