Odisha News: ठंड से बचने के लिए बंद कमरे में जलाकर रखी अंगीठी, दम घुटने से मां और दो बेटों की मौत
ओडिशा के ढेंकानाल जिले में एक दुखद घटना सामने आई है। असनाबासनी गांव में एक महिला और उसके दो बेटों की कमरे में अंगीठी जलाकर सोने के कारण दम घुटने से मौ ...और पढ़ें

घटनास्थल पर जुटा पुलिस प्रशासन। (जागरण)
जागरण संवाददाता, अनुगुल। सर्दी से बचने के लिए कमरे में कोयले की अंगीठी जलाकर सोना एक ही परिवार के तीन सदस्यों के लिए काल बन गया।
ढेंकानाल-अनुगुल सीमावर्ती क्षेत्र कांटाबनिया पुलिस थाना क्षेत्र के असनाबासनी गांव में सोमवार सुबह एक दुखद घटना की सूचना मिली, जहां एक महिला और उसके दो बेटों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, रविवार की रात क्षेत्र में कड़ाके की ठंड थी। ठंड से बचने के लिए परिवार ने कमरे के भीतर कोयले की अंगीठी जलाई थी। कमरा पूरी तरह बंद होने के कारण जहरीले धुएं और कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर बढ़ गया, जिससे सोते समय ही तीनों बेहोश हो गए।
सोमवार सुबह जब काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला, तो पड़ोसियों को शक हुआ। दरवाजा खोलने पर मां और दोनों बेटे अचेत अवस्था में मिले।
आनन-फानन में उन्हें अनुगुल जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही हिंदोल एसडीपीओ एस.के. नंदा और स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतकों की पहचान गोलाप साहू (52) और उनके बेटों पिंटू साहू (30) और लिटू साहू (24) के रूप में हुई है, ये सभी असनाबासनी गांव के निवासी थे।
पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में मौत का कारण दम घुटना लग रहा है, हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह साफ हो पाएगी। पुलिस ने फिलहाल 'अप्राकृतिक मृत्यु' के तीन मामले दर्ज किए हैं।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे बंद कमरों में कोयले या लकड़ी की अंगीठी जलाकर न सोएं। सर्दियों में वेंटिलेशन न होने के कारण कोयले का धुआं जानलेवा साबित हो सकता है।

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