Missile Test: ओडिशा में मिसाइल का परीक्षण, ढाई किलोमीटर दायरे को कराया गया खाली
ओडिशा के चांदीपुर मिसाइल परीक्षण केंद्र से बुधवार को एक सफल मिसाइल परीक्षण किया गया। परीक्षण के लिए आसपास के 2.5 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले 3200 लोगों को अस्थायी शिविरों में स्थानांतरित किया गया था। मिसाइल का परीक्षण 11.52 मिनट पर किया गया और उसके बाद दोपहर 2 बजे लोगों को वापस उनके घरों में भेज दिया गया।

जागरण संवाददाता, बालेश्वर। भारत की नौसेना की ताकत बढ़ गई है। दरअसल, ओडिशा के चांदीपुर मिसाइल परीक्षण केंद्र से बुधवार को मिसाइल का परीक्षण किया गया।
इसे लेकर परीक्षण स्थल के आसपास के ढाई किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लगभग 3200 लोगों को सुबह में ही अस्थायी शिविरों में शिफ्ट कर दिया गया।
इसके बाद 11.52 मिनट पर मिसाइल का परीक्षण हुआ है। परीक्षण के बाद दोपहर दो बजे के बाद सभी लोगों को अस्थायी शिविरों से वापस घर भेज दिया गया।
मिसाइल की विशेषताओं के संबंध में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कुछ स्पष्ट नहीं किया है।
Secretary DDR&D and Chairman DRDO congratulated ARDE team for their efforts which finally led to signing of contracts for procurement of 155mm/52 Calibre ATAGS & HMV 6x6 Gun Towing Vehicles by MoD. Induction of these indigenous system will boost the fire power of India Artillery pic.twitter.com/d4s1VGzAAl
— DRDO (@DRDO_India) March 26, 2025
लोगों को दिया गया मुआवजा
बता दें कि जिन लोगों को शिविरों में शिफ्ट कराया गया, उन्हें सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन और एक दिन का मुआवजा भी प्रदान किया गया है।
सूत्रों की मानें तो इस मिसाइल में कम दूरी से विभिन्न हवाई खतरों को बेअसर करने की क्षमता है। कम ऊंचाई पर उड़ रहे एक उच्च गति वाले हवाई लक्ष्य को इस मिसाइल ने आज निशाना बनाया था।
इसकी निगरानी रडार इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और आइटीआर चांदीपुर में तैनात टेलिमेटरी द्वारा किया गया। इस हाई टेक मिसाइल से दुश्मनों को सख्ती से जवाब दिया सकता है। फिलहाल इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं मिल पाई है।
भारतीय नौसेना के लिए विकसित की गई मिसाइल
- इस मिसाइल को मुख्यतः भारतीय नौसेना के लिए डीआरडीओ ने विकसित किया है। वर्टिकल लांचर से दागी गई मिसाइल की मदद से तेज गति वाले हवाई लक्ष्य पर सटीक निशाना साधा गया।
- डीआरडीओ की मानें तो परीक्षण के दौरान हथियार प्रणाली VL -SRSAM ने सफलतापूर्वक लक्ष्य को ट्रैक किया और सटीक निशाना लगाया है।
- मिसाइल के साथ-साथ चांदीपुर आइटीआर पर प्रॉक्सिमिटी फ्यूज और सिकर सहित रडार ,इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और टेलीमेट्री जैसी अपडेट किए गए, हथियार प्रणाली का भी परीक्षण हुआ।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीएलएसआरएसएएम की सफलता पर डीआरडीओ भारतीय नौसेना और संबंधित टीमों की सराहना की है।
- इसके साथ-साथ डीआरडीओ के अध्यक्ष समीर वी कामत ने भी पूरी टीम को सफल परीक्षण के लिए बधाई का पत्र बताया है।
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