भुवनेश्वर में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश: 16 वर्षीय नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म, 4 गिरफ्तार
भुवनेश्वर में एक 16 वर्षीय झारखंडी लड़की सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई, जिसकी हालत गंभीर है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया और तीन महिलाओं को छुड़ाया। पीड़िता को एक महिला अस्पताल में छोड़कर भाग गई थी। पुलिस जांच में जुटी है और रैकेट के सरगना को पकड़ने का प्रयास कर रही है। स्थानीय लोगों ने संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी दी है।

झारखंड की नाबालिग लड़की से ओडिशा में सामूहिक दुष्कर्म। (जागरण)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। राजधानी में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार होकर गंभीर हालत में कैपिटल अस्पताल में भर्ती झारखंड की 16 वर्षीय नाबालिग की सेहत में अभी तक सुधार नहीं आया है। उसे आइसीयू में रखा गया है और लगातार उपचार जारी है। इस घटना ने राजधानी में सक्रिय एक बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश कर दिया है।
लक्ष्मीसागर थाने के क्षेत्र में चल रहे सेक्स रैकेट में पीड़िता के फंसे होने के स्पष्ट होने के बाद पुलिस ने शनिवार को वहां छापेमारी की। पुलिस ने रैकेट के मास्टरमाइंड घर मालिक सहित चार लोगों को हिरासत में लिया है और तीन देह व्यापार में लिप्त महिलाओं को मुक्त कराया है।
गिरफ़्तार आरोपी हैं
- घर मालिक संजीव कुमार दास उर्फ बापी (54),
- पुरी ज़िले के बलंगा की मंजनु सेठी (47), जो मंचेश्वर पाला मंडप के पास जितु हाउस कॉलोनी में रहती थी,
- कटक ज़िले के बांकी क्षेत्र की ममता साहू (42), जो बरमुंडा काली मंदिर क्षेत्र में रहती थी,
- नयागढ़ जिले के बसंतपुर क्षेत्र का अविनाश मुदुली (28)।
अविनाश घर मालिक संजीव का सहयोगी है, जबकि ममता और मंजनु देह व्यापारियों का संचालन करती थीं। पुलिस अब इस पूरे रैकेट की गहराई से जांच कर रही है।
अस्पताल पहुंची थी खून से लथपथ
16 तारीख़ की रात नाबालिग को एक महिला ऑटो से कैपिटल अस्पताल के कैज़ुअल्टी वार्ड में छोड़कर गई थी। तेज रक्तस्राव देखकर ड्यूटी डॉक्टर को शक हुआ। डॉक्टर ने उस महिला से पूछताछ की, लेकिन फंसने के डर से वह महिला मौके से फरार हो गई।
डॉक्टर ने तुरंत इसे एमएलसी (मेडिको-लीगल केस) के रूप में दर्ज कर कैपिटल थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब तक महिला को खोजने पहुंची, तब तक वह गायब हो चुकी थी। अस्पताल सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दिया कि वह महिला एक ऑटो से भागी थी।
ऑटो चालक से मिला सुराग, पहुंची पुलिस रैकेट तक
पुलिस ने ऑटो का नंबर ट्रैक किया। ऑटो चालक से पूछताछ में पता चला कि महिला ने लक्ष्मीसागर से ऑनलाइन बुकिंग की थी। इसके आधार पर मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रैक की गई, और पुलिस लक्ष्मीसागर पहुंची। महिला का पता लगाते-लगाते पुलिस एक बड़े सेक्स रैकेट तक पहुंच गई।
नाबालिग के स्वास्थ्य में स्थिरता आने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की। उसने बताया कि वह झारखंड से आई थी और यहां धोखे से फंसकर कैद कर ली गई थी। उसे ज़बरदस्ती देह व्यापार में धकेला गया था।
स्थानीय लोग पहले से थे संदेह में
पुलिस छापे के दौरान स्थानीय लोग भी इकट्ठा हो गए। लोगों ने बताया कि काफी समय से इस घर में संदिग्ध गतिविधियां चल रही थीं, पर घर मालिक के डर से कोई आवाज़ नहीं उठाता था।
अक्सर अजनबी पुरुष-स्त्रियां आते-जाते देखे जाते थे। गैर-ओड़िया युवतियां भी आतीं, कुछ दिनों तक रहतीं और फिर गायब हो जातीं। देर रात महंगी कारें भी वहां रुकती थीं।
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