छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हैं मनमोहन सामल, अब 2024 के चुनाव में भाजपा की नैया लगाएंगे पार!
ओडिशा में भाजपा के पार्टी अध्यक्ष के पद पर चुने गए मनमोहन सामल का राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है। उन्होंने इसकी शुरुआत छात्र जीवन से ही कर दी थी। वह दो बार राज्य भाजपा के अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। मनमोहन सामल का जन्म 15 अप्रैल, 1959 को भद्रक जिले में हुआ था। उन्होंने कला और वकालत में स्नातक की डिग्री ली है।राजनीति में उन्होंने अपना पहला कदम छात्र जीवन में ही डाला। सामल भद्रक कॉलेज में अध्ययन के दौरान 1979 में वह भद्रक कॉलेज के अध्यक्ष के रूप में चुने गए। इसी दौरान वह एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के सदस्य बने। बाद में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने दो बार राज्य भाजपा के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है। वह 2004 में भद्रक जिले के धामनगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए थे।
नवीन पटनायक सरकार में दे चुके हैं अपनी सेवा
मनमोहन ने 2004 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में धामनगर विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीता। भाजपा-बीजद गठबंधन के दौरान उन्होंने नवीन पटनायक मंत्रिमंडल में राजस्व और खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण मंत्री के रूप में कार्य किया। इसके अलावा, मनमोहन सामल राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं।
सामल के नेतृत्व में चुनाव मजबूती से लड़ेगी भाजपा: मोहन मांझी
विधानसभा में विरोधी दल के मुख्य सचेतक मोहन मांझी ने कहा है, 'मनमोहन सामल जमीनी स्तर के नेता हैं। उनके नेतृत्व में पार्टी को 2024 के चुनाव के लिए मजबूत किया जाएगा। सुनील बंसल के प्रभारी बनने के बाद पार्टी में बदलाव किया जा रहा है। हम सरकार बनाने की तैयारी कर रहे हैं।
अगले महीने भद्रक आ रहे हैं अमित शाह
उन्होंने आगे कहा, बीजेडी जहां पिछड़ा वर्ग कार्ड खेलने की कोशिश कर रही है, वहीं मनमोहन सामल खुद पिछड़े वर्ग के नेता हैं। वह अपने कर्तव्यों को अच्छी तरह से निभा सकते हैं। मनमोहन सामल के नेतृत्व में पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी और जीतेगी। इसी क्रम में अमित शाह अगले महीने भद्रक का दौरा करने वाले हैं और इससे पहले ही यहां के नेता मनमोहन सामल को पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी दिए जाने से बीजेपी कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं।