Odisha Politics: मनमोहन सामल एक बार फिर संभालेंगे भाजपा ओडिशा की कमान, निर्विरोध चयन लगभग तय
भाजपा नेता मनमोहन सामल ने ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की मौजूदगी में नामांकन हुआ। उनका निर्विरोध चुना जाना तय है क्योंकि किसी और ने नामांकन नहीं किया है। सामल पहले भी भाजपा में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं और उन्होंने ओडिशा की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मनमोहन सामल ने पार्टी के ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए औपचारिक रूप से नामांकन दाखिल किया है। यह नामांकन प्रक्रिया आज भुवनेश्वर स्थित भाजपा राज्य मुख्यालय में संपन्न हुई, जिसमें मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, केंद्रीय पर्यवेक्षकों और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, सामल का निर्विरोध दोबारा चयन लगभग तय है, क्योंकि अध्यक्ष पद के लिए किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया है। ऐसे में अब उनका पुनर्निर्वाचन केवल एक औपचारिकता भर रह गया है। कल सुबह 10 बजे से 11 बजे के बीच नामांकन पत्रों की जांच के बाद आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के नामांकन की प्रक्रिया भी आज पूरी हुई, जिसकी देखरेख चुनाव अधिकारी प्रताप षाड़ंगी और राष्ट्रीय पर्यवेक्षक संजय जायसवाल ने की। नामांकन दोपहर 12:30 बजे से 3:30 बजे तक स्वीकार किए गए। मनमोहन सामल के अलावा 32 नेताओं ने भाजपा की राष्ट्रीय परिषद के लिए भी नामांकन दाखिल किया है।
संक्षेप में मनमोहन
- 1978-1979 में भद्रक कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष बने।
- 1979-81: एबीवीपी के राज्य सचिव बने
- 1981-82: एबीवीपी के प्रदेश उपाध्यक्ष बने।
- 1983: धामनगर निर्वाचन क्षेत्र के अध्यक्ष बने।
- 1984: भाजपा जिला सचिव, बालेश्वर
- 1990-92: भाजपा के राज्य सचिव रहे।
- 1992-99: भाजपा के राज्य महासचिव बने।
- 1999-2004: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बने।
- 2000: राज्यसभा सांसद
- 2004-2009: धामनगर के विधायक और राज्य सरकार में मंत्री बने।
- 2010-2012: राज्य महासचिव
- 2023 राज्य भाजपा अध्यक्ष बने
मनमोहन सामल ओडिशा की राजनीति में जाना-माना चेहरा हैं। उन्हें आठ वर्षों तक भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम करने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने ओडिशा विधानसभा में विधायक और मंत्री के रूप में कार्य किया है। उन्होंने खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण मंत्री और राजस्व मंत्री के रूप में कार्य किया। 2004 के विधानसभा चुनावों में, वह धामनगर विधानसभा क्षेत्र से चुने गए और मंत्री के रूप में कार्य किया।
मनमोहन सामल का जन्म 15 अप्रैल 1959 को भद्रक जिले में हुआ था। उनके पिता कंभूपानी सामल हैं। उनकी शैक्षणिक योग्यता कला और वकालत में स्नातक की डिग्री है। उन्होंने प्रणति सामल से शादी की है। उनके परिवार में एक बेटा और एक बेटी है।
मनमोहन सामल अपने छात्र जीवन से ही राजनीति में आ गए थे। भद्रक कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही 1979 में भद्रक कॉलेज के अध्यक्ष चुने गए थे। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभिन्न कार्यक्रमों में भी भाग लिया और बाद में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और कई बार राज्य भाजपा के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
2024 के विधानसभा चुनावों में मनमोहन सामल की भूमिका भाजपा के लिए महत्वपूर्ण थी. उन्होंने इन चुनावों के दौरान प्रदेश अध्यक्ष के रूप में दिन-रात काम किया था। उनके प्रयासों और ओडिशा के लोगों के भारी समर्थन के कारण 24 वर्षीय बीजद सरकार गिर गई। इसके बाद भाजपा ने सरकार बनाई
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।