Odisha News: 'जाओ जिलाधीश कार्यालय में सहायक के पद पर नौकरी करो', ई-मेल से राज खुलने पर सरगना गिरफ्तार
कटक में एक दिव्यांग युवती को सरकारी नौकरी का झांसा देकर एक युवक ने 3 लाख रुपये की ठगी की। साइबर थाना पुलिस ने आरोपी सत्यजीत नायक को गिरफ्तार किया है। सत्यजीत ने युवती को जिलाधीश कार्यालय में नौकरी दिलाने का लालच दिया और उससे पैसे लिए। युवती को फर्जी नियुक्ति पत्र मिला जिससे ठगी का खुलासा हुआ। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

संवाद सहयोगी, कटक। एक दिव्यांग युवती को सरकारी नौकरी देने का झांसा देकर एक युवक ने उसके पास से 3 लाख रुपये की ठगी किया है। उस घटना में कटक साइबर थाना पुलिस बीड़ानासी में किराए के घर पर रहने वाला आठगड़ खूंटकटा का युवक सत्यजीत नायक (24) को गिरफ्तार किया है।
उसके पास से पुलिस दो मोबाइल फोन, दो सिम कार्ड, अकाउंट में मौजूद 41 हजार 800 रुपए जब्त किया है।मिली जानकारी के अनुसार, बीड़ानासी इलाके में आरोपी सत्यजीत किराए के घर पर रह रहा था। उसके घर के पास एक स्टूडियो मौजूद है।
स्टूडियो के मालिक की एक दिव्यांग बेटी सरकारी नौकरी के लिए प्रयास कर रही थी। तभी उनका सत्यजीत के साथ परिचय हुआ। सत्यजीत ने उसे कटक जिलाधीश कार्यालय में कनिष्ठ सहायक पद पर नियुक्ति दिलाने के लिए लालच दिया।
3 लाख रूपये देने से नौकरी मिल जाएगा, यह भरोसा दिया था। ई-मेल आईडी देते हुए एक फार्म के द्वारा आवेदन करने के लिए सत्यजीत ने उसे कहा था। उस ई-मेल आईडी में आवेदन करने के कुछ दिन बाद युवती को ई-मेल के द्वारा डॉक्यूमेंट भेजने के लिए कहा गया था। उसके कुछ दिन बाद वेरीफिकेशन रिपोर्ट ठीक होने की बात कहा गया था।
वह ई-मेल आने के बाद आरोपी सत्यजीत ने युवती के पास से 3 लाख रूपये ले लिया था। इसके बाद युवती के ई-मेल पर नियुक्ति पत्र आया था और उन्हें जिलाधीश कार्यालय में कार्य में योगदान करने के लिए कहा गया था। दो दिन पहले नियुक्ति पत्र नकल के साथ वह युवती जिलाधीश कार्यालय में पहुंची थी।
लेकिन वह नियुक्ति पत्र पूरी तरह से फर्जी होने की बात का पता चला। जिसके बाद वह दिव्यांग युवती उसके बारे में जिलाधीश के पास शिकायत किया था। फिर जिलाधीश के कार्यालय की ओर से तुरंत कटक साइबर थाना को उसके बारे में अवगत किया गया था।
शुक्रवार को पीड़िता के आधार पर साइबर थाना पुलिस एक मामला दर्ज किया था। फिर साइबर थाना पुलिस आरोपी सत्यजीत को गिरफ्तार करने के बाद पता चला कि वह जिलाधीश कार्यालय के नाम पर फर्जी ई-मेल आईडी खोलकर इस तरह की ठगी करता था।
उस प्रकार से वह और 8 लोगों को भी ठगी किया है। उसके नाम पर मामला दर्ज करते हुए उसे कोर्ट चालान कर जेल भेज दिया गया है। हालांकि, उसे रिमांड में लेकर अधिक पूछताछ करने के लिए पुलिस योजना बना रही है। उसके तमाम बैंक अकाउंट की जांच पड़ताल किए जाने के साथ साथ उसमें मौजूद को जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
अगर इस तरह की ठगी का शिकार कोई हुआ है तो उसके बारे में वह तुरंत साइबर थाने में शिकायत करने के लिए पुलिस कमिश्नर एस.देवदत्त सिंह ने लोगों को सलाह दिया है।
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