बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर करते थे ठगी, मास्टरमाइंड समेत 21 गिरफ्तार
पुलिस ने नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। मास्टरमाइंड सहित 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरोह युवाओं को नौकरी का लालच देकर पैसे ऐंठता था। पुलिस ने फर्जी दस्तावेज और मोबाइल फोन बरामद किए हैं और आगे की जांच जारी है।

नौकरी का झांसा देकर करते थे ठगी
संवाद सहयोगी, संबलपुर। पश्चिम ओड़िशा के कई जिलों में नौकरी के नाम पर हजारों लोगों से दो करोड़ रूपए से अधिक की ठगी करने वाले रैकेट के एक और एजेंट को, संबद्ध बुर्ला पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस ताजा गिरफ्तारी के बाद कुल गिरफ्तार आरोपितों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है, जिसमें मास्टरमाइंड राहुल रॉय उर्फ सम्राट और उसकी खास सहयोगी पदमावती तांडी भी शामिल है।
ताजा गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए संबलपुर जिला पुलिस की ओर से बताया गया है कि शुक्रवार, सात नवंबर के दिन बुर्ला पुलिस ने इस ठगी रैकेट में शामिल अन्य एक एजेंट बुर्ला थाना अंतर्गत कर्डोला गांव के दुष्यंत तांडिया को गिरफ्तार किया। दुष्यंत ने भी कई लोगों को नौकरी का झांसा देकर उनसे रुपए वसूलकर मास्टरमाइंड राहुल उर्फ सम्राट को दिए थे।
75 लाख रुपये भी जब्त
गौरतलब है कि संबलपुर महानगर निगम में झाड़ूदार की नौकरी देने के नाम पर यह ठगी की गई थी। मास्टरमाइंड संबलपुर के बड़ा बाजार इलाके में रहने वाला राहुल रॉय उर्फ सम्राट ने आरमैक्स नामक एक फर्जी संस्था शुरु किया था और बुर्ला के चारपाली गांव की पदमावती तांडी के साथ मिलकर यह ठगी की।
बेरोजगारों को रोजाना 400 रूपए पारिश्रमिक का झांसा उनसे प्रत्येक से 12 हजार रुपए वसूला गया। इसके लिए पश्चिम ओड़िशा के कई जिलों में कमीशन पर एजेंट भी नियुक्त किया गया था। गिरफ्तार आरोपितों के पास से पुलिस ने करीब 75 लाख रुपये भी जब्त किया है।

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