CM माझी ने गांधी जयंती और शास्त्री जयंती पर दी श्रद्धांजलि, सत्य, अहिंसा और स्वदेशी के आदर्शों को किया याद
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गांधी जयंती और शास्त्री जयंती पर महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधीजी के स्वदेशी और आत्मनिर्भरता के विचार आज विकसित भारत के मूल मंत्र हैं। उन्होंने शास्त्री जी के नेतृत्व में श्वेत क्रांति और हरित क्रांति की शुरुआत को भी याद किया।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। गांधी जयंती और शास्त्री जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, सत्य और अहिंसा के प्रतीक महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर भावपूर्ण नमन। उनके दिखाए गए स्वदेशी और आत्मनिर्भरता के मार्ग आज विकसित भारत का मूल मंत्र बन गए हैं। उनके आदर्श हमें सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर भी भावपूर्ण नमन। उनके ही नेतृत्व में देश में श्वेत क्रांति और हरित क्रांति की शुरुआत हुई थी। स्वदेशी विचार और सरल जीवन शैली के माध्यम से देश में शांति और मैत्री स्थापित करने में उनका योगदान अविस्मरणीय है।
उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात में हुआ था। उन्होंने सत्य और अहिंसा के माध्यम से स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी।
लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद वे देश के दूसरे प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री के रूप में अपने अल्प कार्यकाल में ही शास्त्री जी की सादगी और नेतृत्व की विश्वव्यापी सराहना हुई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।