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ओडिशा में खाद्यान्न उत्पादन दोगुने से अधिक, पूरे देश को अपनाना चाहिए नवीन पटनायक का विकास माडल : अरविन्द पानगरिया

Naveen Patnaik development model ओडिशा के 3.24 करोड़ लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराकर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम को सफलतापूर्वक लागू करने के अलावा नवीन पटनायक सरकार ने ओडिशा में खाद्यान्न के उत्पादन को दोगुना से भी अधिक सफलतापूर्वक किया है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 06 Jul 2022 09:28 PM (IST)Updated: Wed, 06 Jul 2022 09:28 PM (IST)
ओडिशा में खाद्यान्न उत्पादन दोगुने से अधिक,  पूरे देश को अपनाना चाहिए नवीन पटनायक का विकास माडल : अरविन्द पानगरिया
नवीन पटनायक सरकार ने ओडिशा में खाद्यान्न के उत्पादन को दोगुना से भी अधिक सफलतापूर्वक किया है।

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। कभी अपनी खाद्य जरूरतों के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर रहने वाले ओडिशा की स्थिति आज बदल गई है। प्रदेश आज ना सिर्फ अपनी खाद्य जरूरतों को पूरा करने के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना है बल्कि अन्य राज्यों को भी खाद्य सामग्री मुहैया करा रहा है। इसके साथ ही गरीबी को खत्म करने की दिशा में भी ओडिशा ने राष्ट्रीय स्तर पर रिकार्ड स्थापित किया है। ऐसे में अब पूरे देश को नवीन पटनायक के विकास माडल को अपनाना चाहिए। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की प्रशंसा करते हुए यह बात नीति आयोग के पहले उपाध्यक्ष अरविन्द पानगरिया ने कही है।

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पागरिया ने कहा है कि 1993 में राज्य में गरीबी दर 48.6 प्रतिशत थी जबकि 2015 में यह घटकर 29.3 प्रतिशत हो गई। ओडिशा के सामूहिक विकास का प्रमाणित चित्र है। 2000 में नवीन पटनायक ने ओडिशा में सत्ता की बागडोर सम्भाली। उस समय प्रत्येक व्यक्ति आय के मामले में ओडिशा निचले पायदान से तीसरे स्थान पर था। सन् 2000 में राज्य में प्रति व्यक्ति आय 17 हजार 650 रुपया थी जबकि 2019-20 में प्रति व्यक्ति आय 82 हजार 257 रुपये हो गई है। नवीन पटनायक ने सन् 1999 में आए विनाशकारी सुपर साइक्लोन के बाद भी देश के अग्रणी राज्यों की सूची में ओडिशा को लाकर खड़ा कर दिया है। यह उनके कुशल नेतृत्व एवं स्वच्छ छवि तथा स्थिर सरकार के कारण सम्भव हुआ है।

आज, ओडिशा भारत की पीडीएस प्रणाली में चावल का तीसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। एक ऐसे राज्य से जो सन् 2000 से पहले के युग में अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरे राज्यों से चावल आयात करता था, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खाद्य सुरक्षा मॉडल ने ओडिशा को खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में भारत में नंबर वन रैंक वाले राज्य में बदल दिया है। खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग, भारत सरकार द्वारा हाल ही में जारी "राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के लिए राज्य रैंकिंग सूचकांक" में, ओडिशा पूरे देश में शीर्ष स्थान पर नंबर वन राज्य के रूप में उभरा है।

ओडिशा के 3.24 करोड़ लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराकर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम को सफलतापूर्वक लागू करने के अलावा, नवीन पटनायक सरकार ने ओडिशा में खाद्यान्न के उत्पादन को दोगुना से भी अधिक सफलतापूर्वक किया है। रोम में मुख्यालय वाले संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने नवीन पटनायक को आजीविका और खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने में ओडिशा द्वारा की गई परिवर्तनकारी प्रगति को साझा करने के लिए आमंत्रित किया, जिसमें नवीन पटनायक ने ओडिशा की प्रगति को दुनिया के सामने रखा।

नवीन पटनायक ने संयुक्त राष्ट्र डब्ल्यूएफपी के कार्यकारी निदेशक डेविड बेस्ली ए​वं उनकी टीम की उपस्थिति में अपनी बात रखते हुए कहा कि कैसे पिछले दो दशकों में ओडिशा खाद्य उत्पादन, खाद्य सुरक्षा, आजीविका, आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में एक बेमिशाल सफलता हासिल की है। डेविड बेस्ली ने भी ओडिशा सरकार की उपलब्धियों की प्रशंसा की और पूरी दुनिया के लिए ओडिशा सरकार के प्रयास को अनुकरणीय बताया। ओडिशा दुनिया के लिए और विशेष रूप से विकासशील देशों के लिए एक आदर्श बन गया है कि कैसे अपने लोगों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।


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