एक लाख इनामी महिला नक्सली ने किया सरेंडर, पुलिस के सामने बोली- अपना आदर्श भूल गया है संगठन
दक्षिण ओडिशा के मलकानगिरी जिला समेत छत्तीसगढ़ सीमा पर सक्रिय एक महिला नक्सली ऊंगी माडवी उर्फ रोशनी ने आज पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। उस पर एक लाख रुपये का इनाम था। उसका कहना है कि नक्सली आजकल अपना आदर्श भूल गए हैं और निर्दोष लोगों पर अत्याचार करने लगे हैं। इससे उसका संगठन से मोहभंग हो गया है।

संवाद सूत्र, संबलपुर। पिछले करीब सात वर्षों से दक्षिण ओडिशा के मलकानगिरी जिला समेत छत्तीसगढ़ सीमा पर सक्रिय एक महिला नक्सली ऊंगी माडवी उर्फ रोशनी ने बुधवार के दिन मलकानगिरी जिला पुलिस अधीक्षक पी.नितेश के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उस पर सरकार ने एक लाख रुपए का इनाम रखा था।
कई नक्सली वारदातों में शामिल रहीं ऊंगी
इस बारे में जानकारी देते हुए मलकानगिरी जिला पुलिस अधीक्षक पी.नितेश ने बताया है कि आत्मसमर्पण करने वाली महिला नक्सली मूलत: छत्तीसगढ़ के दांतेवाड़ा जिला कटकल्याण थाना अंतर्गत पितादाब गांव की है और वर्ष 2016 में वह मलकानगिरी जिला सीपीआई माओवादी संगठन में शामिल हुई थी।
बाद में इस संगठन के बंद हो जाने पर वह छत्तीसगढ़ के दंडाकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी में पार्टी सदस्य के रूप में शामिल हो गई थी और विभिन्न नक्सली वारदातों में शामिल रही। वर्तमान वह जिला के माथिली थाना इलाके में सक्रिय थी।
निर्दोष लोगों पर अत्याचार कर रहे हैं नक्सली: ऊंगी
बताया गया है कि ओडिशा और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए सहायता और सहयोग के बाद कई नक्सली आत्मसमर्पण कर चैन की जिंदगी गुजार रहे हैं। इसी कड़ी में ऊंगी भी शामिल हो गई है।
उसने बताया है कि नक्सली नेता अपने आदर्श को भूल गए हैं और निर्दोष लोगों पर अत्याचार करने लगे हैं, जिसकी वजह से मोहभंग होने के बाद नक्सली संगठन छोड़ने लगे हैं और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने लगे हैं।

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