राउरकेला शहर में घुसा हाथियों का झुंड, रात भर दहशत में लोग, वन विभाग सतर्क
राउरकेला के देवगांव देहुरी बस्ती में रविवार रात सात हाथियों का झुंड आने से अफरा-तफरी मच गई। कांसजोर जंगल से निकले हाथियों ने ब्राह्मणी नदी पार की लेकिन जलस्तर बढ़ने से वापस नहीं जा सके और बस्ती के पास जंगल में रुक गए। वन विभाग की टीम तैनात है और ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की हिदायत दी गई है। हाथियों ने अभी तक कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है।

जागरण संवाददाता, राउरकेला। राउरकेला के देवगांव देहुरी बस्ती इलाके में रविवार की रात अचानक सात हाथियों का झुंड पहुंच गया, जिससे पूरे बस्ती में अफरा-तफरी मच गई। तीन बच्चे और चार व्यस्क हाथियों का यह दल कांसजोर जंगल से निकलकर पहले हाथीबंध क्षेत्र में दिखाई दिया था।
इसके बाद वे ब्राह्मणी नदी पार कर मुंडा टोला जंगल तक पहुंचे, जहां से लौटने की कोशिश की, लेकिन नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण हाथी वापस पार नहीं कर सके और बस्ती से सटे जंगल में ही डेरा डालकर ठहर गए।
पूरी रात कोई नहीं सोया
गनीमत रही कि हाथियों ने अब तक बस्ती या खेत-खलिहानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। हालांकि हाथियों की चिंघर सुनते ही बस्ती में दहशत फैल गई और लोगों की सांसें थम गईं। पूरी रात कोई चैन की नींद नहीं सो पाया।
बस्ती के लोग खासकर युवक चौकसी में जुटे रहे। उन्होंने हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखी ताकि अगर झुंड बस्ती की ओर बढ़े तो उन्हें खदेड़ा जा सके। वन विभाग को सूचना मिलते ही मौके पर टीम तैनात कर दी गई।
झुंड बस्ती से दूर जंगल में रुका
विभाग ने ग्रामीणों को साफ हिदायत दी है कि हाथियों के करीब न जाएं और सुरक्षित दूरी बनाए रखें। फिलहाल झुंड बस्ती से दूर जंगल में रुका हुआ है और विभाग लगातार उन पर निगरानी रखे हुए है, ताकि उन्हें सुरक्षित रूप से फिर से गहरे जंगल की ओर वापस ले जाया जा सके।
बस्तीवासियों में अब भी भय का माहौल है, लेकिन राहत की बात यह है कि हाथियों ने इंसानी बस्ती की ओर रुख नहीं किया और न ही किसी तरह के नुकसान की खबर सामने आई है। बड़ी चिंता यही है कि नदी का जलस्तर घटे तो झुंड अपनी राह पकड़ सके और बस्ती के लोग भी चैन की सांस ले सकें।
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