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    महाशिवरात्रि पर Odisha में लग रहा भक्तों का तांता, एशिया की सबसे बड़ी शिवलिंग भूसंदेश्वर पहुंच रहे श्रद्धालु

    Mahashivratri 2023 ओडिशा में पवित्र शिवरात्रि के मौके पर बालेश्वर जिले के अंतर्गत भोगराई नामक स्थान के कुंभीरगाड़ी गांव में स्थित एशिया के सबसे बड़ा शिवलिंग कहे जाने वाला बाबा भूसंदेश्वर पर आज भक्तों को तांता लगा हुआ है।

    By Jagran NewsEdited By: Yashodhan SharmaUpdated: Sat, 18 Feb 2023 11:26 AM (IST)
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    Odisha में लग रहा भक्तों का तांता, एशिया की सबसे बड़ी शिवलिंग भूसंदेश्वर पहुंच रहे श्राद्धालु

    बालेश्वर, लावा पांडे। ओडिशा में पवित्र शिवरात्रि के मौके पर बालेश्वर जिले के अंतर्गत भोगराई नामक स्थान के कुंभीरगाड़ी गांव में स्थित एशिया के सबसे बड़ा शिवलिंग कहे जाने वाला बाबा भूसंदेश्वर पर आज भक्तों को तांता लगा हुआ है। यह शिवलिंग 12 फीट ऊंचा है और चौड़ाई 14 फीट है जो कि एक काले ग्रेनाइट पत्थर से बनाया गया है। इस शिवलिंग का आधा हिस्सा ही ऊपर की ओर दिखाई देता है बाकी आधा नीचे दबा हुआ है। इस शिवलिंग के 3 भाग हैं, जिसमें से इसका मध्यम आकार अष्टकोण है जिसका व्यास लगभग 12 फीट है।

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    बता दें कि यह शिवलिंग थोड़ा दाहिनी ओर झुका हुआ है। यहां पर भक्तों की पूजा-अर्चना के लिए एक बालकनी का भी निर्माण किया गया है, जिसपर भक्त चढ़कर बाबा भूसंदेश्वर को जल चढ़ाते हैं और पूजा अर्चना करते हैं। यह शिवलिंग बालेश्वर के उत्तरी भाग में यानि कि भोगराई में स्थित होने के कारण पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल और झारखंड से भी भक्तों का एक बड़ा दल पूजा अर्चना करने आता है।

    मंदिर के पीछे है पौराणिक कथा

    यहां के मंदिर के पीछे पौराणिक कहानी भी मौजूद है, कहा जाता है कि त्रेता युग के समय स्थानीय मान्यताओं के अनुसार दानव राजा रावण को भगवान शिव ने आशीर्वाद दिया था और इस शिवलिंग को उपहार में दिया था, लेकिन भगवान शिव ने उन्हें रास्ते मैं लिंग को कहीं भी न रखने की चेतावनी दी थी। रावण अपने पुष्पक विमान पर लिंग के साथ जा रहा था लेकिन किसी कारणवश रावण ने शिवलिंग को उक्त स्थान पर रख दिया। इसके बाद दोबारा फिर शिवलिंग को उक्त स्थान से नहीं उठा पाया था।

    पंचलींगेश्वर में हैं 100 से ज्यादा छोटे-बड़े शिवलिंग

    इसी तरह बालेश्वर जिले में मौजूद है बाबा पंचलींगेश्वर का भव्य शिवालय। यह नीलगिरी पहाड़ के ऊपर मौजूद है यहां पहाड़ के ऊपर एक ही स्थान पर शिव के 5 लिंग विराजमान हैं | बालेश्वर जिले में छोटे-बड़े कुल 100 से ज्यादा शिवालय मौजूद हैं | इनमें से बाबा झाड़ेश्वर, पंचलींगेश्वर, भूसंदेश्वर, गड़ गड़ेश्वर, लोकनाथ ,जागेश्वर इत्यादि मौजूद हैं। शहर के मध्य भाग में बाबा झड़ेश्वर का भव्य मंदिर मौजूद है। यहां पर सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।

    प्राय: सभी शिवालयों में भक्त सूर्योदय के साथ ही लंबी-लंबी कतारों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और शिवलिंग पर दूध, दही ,मधु ,जल इत्यादि चढ़ाकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं | भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए बाबा भूसंदेश्वर से लेकर पंचलींगेश्वर तक में पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं | विभिन्न स्थानों पर बैरिकेडिंग कर दोपहिया और चार पहिया वाहनों को रोका जा रहा है |