चक्रवात ‘मोंथा’ काकीनाडा में करेगा लैंडफॉल, ओडिशा में रेड-ऑरेंज अलर्ट जारी
बंगाल की खाड़ी में बना गहरा दबाव चक्रवात 'मोंथा' में बदलने की आशंका है, जो आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के पास लैंडफॉल कर सकता है। ओडिशा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किए गए हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना गहरा दबाव अब समुद्र में ताकत जुटा रहा है। यह लगभग 8 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए तट की ओर बढ़ रहा है।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, रविवार रात 10 बजे तक यह प्रणाली पोर्ट ब्लेयर (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह) से लगभग 670 किलोमीटर पश्चिम में, चेन्नई से 720 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व में, विशाखापट्टनम से 790 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में और गोपालपुर से लगभग 900 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व दिशा में स्थित थी।
अगले 12 घंटों में इसके पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़कर दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर “चक्रवात मोंथा” में बदलने की संभावना है। इसके बाद यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए 28 तारीख की सुबह तक “गंभीर चक्रवात” का रूप ले लेगा और 28 तारीख की शाम या रात को आंध्रप्रदेश के काकीनाडा के पास मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच तट को पार करेगा।
भूमि से टकराते समय हवा की रफ्तार 90 से 100 किमी प्रति घंटा रहने की संभावना है, जबकि झटका पवन की गति 110 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
ओडिशा में मौसम का बदला मिजाज
संभावित तूफान के प्रभाव से सोमवार सुबह से ही ओडिशा के मौसम में बदलाव शुरू हो गया है। कोरापुट, मलकानगिरी, नवरंगपुर, कालाहांडी, कंधमाल, गंजाम, गजपति और रायगड़ा जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। पुरी, गंजाम और गजपति जिलों में 30 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
28 तारीख की सुबह साढ़े 8 बजे से 29 तारीख की सुबह तक गजपति, गंजाम, रायगड़ा, मलकानगिरी और कोरापुट जिलों में 60 से 80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने और भारी बारिश होने की संभावना है, जिस कारण रेड अलर्ट जारी किया गया है।
इसी अवधि में नवरंगपुर, कालाहांडी, कंधमाल, नयागढ़, खुर्दा और पुरी जिलों में 50 से 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट दिया गया है।
आगे के 24 घंटों में रायगड़ा, मलकानगिरी, कोरापुट, नवरंगपुर और कालाहांडी जिलों में भी 60 से 80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने और भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, जिसके लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
बंदरगाहों पर नंबर 1 खतरा संकेत, मछुआरों को समुद्र जाने पर रोक
मौसम विभाग के अनुसार, 27 तारीख की शाम से दक्षिण ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में 40 से 50 किमी प्रति घंटा की गति से हवाएं चलेंगी। 28 तारीख की शाम से 29 तारीख की सुबह तक दक्षिण ओडिशा तट पर 60 से 80 किमी और उत्तर ओडिशा तट पर 50 से 60 किमी की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
स्थिति को देखते हुए मछुआरों को 29 तारीख तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। ओडिशा के सभी बंदरगाहों के लिए एक नंबर खतरा संकेत जारी किया गया है।
मौसम विशेषज्ञ प्रोफेसर सुरेन्द्रनाथ पशुपालक ने बताया कि 28 तारीख की शाम 6 बजे से रात 10 बजे के बीच तूफान का “लैंडफॉल प्रोसेस” पूरा हो जाएगा। भूमि से टकराने के बाद यह आंध्र प्रदेश और उससे सटे छत्तीसगढ़ के हिस्सों में पहुंचकर जगदलपुर और रायपुर की ओर बढ़ेगा।
इस दौरान अविभाजित कोरापुट और नुआपड़ा जिलों में 40 से 50 किमी प्रति घंटा की गति से हवाएं चल सकती हैं। यदि यह मार्ग मलकानगिरी से गुजरता है, तो गंजाम, गजपति, नुआपड़ा और कालाहांडी में हवा की तीव्रता और बढ़ सकती है।
27 तारीख की दोपहर से ही गजपति, रायगड़ा, गंजाम, खुर्दा और पुरी जिलों में भारी बारिश शुरू हो सकती है। 28 और 29 तारीख को समूचे तटीय क्षेत्र में वर्षा होगी, जबकि 29 और 30 तारीख को पश्चिमी ओडिशा में इसका प्रभाव रहेगा।

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