चक्रवात ‘मोंथा’ का प्रहार; गजपति-गंजाम और मयूरभंज में भारी बारिश, नुकसान का आकलन शुरू
चक्रवात 'मोंथा' के ओडिशा में मार्ग बदलने से राज्य पर विशेष प्रभाव नहीं पड़ा, लेकिन कुछ जिलों में बारिश से नुकसान हुआ। 33 ब्लॉक, 11 शहरी क्षेत्र और 358 गांव प्रभावित हुए हैं। नुकसान का आकलन शुरू हो गया है और प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। 31 अक्टूबर तक मौसम सामान्य होने की संभावना है।

बारिश में बर्बाद धान की फसल को बचाता किसान (फोटो इंटरनेट मीडिया)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। चक्रवात ‘मोंथा’ ने अंतिम क्षणों में अपना रास्ता बदल लेने के कारण राज्य पर कोई विशेष प्रभाव नहीं डाला। हालांकि, वर्षा के कारण कुछ जिलों में नुकसान हुआ है।
चक्रवात से 33 ब्लॉक, 11 शहरी क्षेत्र और 358 ग्राम प्रभावित हुए हैं। 31 अक्टूबर से राज्य में मौसम सामान्य हो जाएगा। लेकिन 30 तारीख (गुरुवार) से नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट देने के निर्देश जिलाधिकारियों को दिए गए हैं। राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि रिपोर्ट मिलते ही तुरंत सहायता प्रदान की जाएगी।
आज मंत्री पुजारी ने चक्रवात के बाद की स्थिति की समीक्षा के बाद मीडिया से कहा कि भुवनेश्वर मौसम केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार, हमने चक्रवात से निपटने के लिए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय कर व्यापक तैयारी की थी।
सभी विभागों ने जिलेवार योजनाएं बनाकर यह तय किया था कि जमीनी स्तर पर कैसे प्रभावी रूप से चक्रवात का सामना किया जा सकता है। मीडिया ने भी लोगों के बीच जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
चक्रवात से निपटने के लिए 33 ओडीआरएएफ दल, 5 एनडीआरएफ टीम, और 133 अग्निशमन दल सहित कुल 161 टीमें तैनात की गई थीं।
मंत्री ने की समीक्षा
राज्य भर में 2,164 चक्रवात और बाढ़ आश्रय स्थलों पर 18,732 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था और उनके लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थीं।
इसके अलावा 2,198 गर्भवती महिलाओं को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों और मातृ गृहों में सुरक्षित रूप से स्थानांतरित किया गया, जहां वे सुरक्षित हैं और कुछ ने शिशु जन्म भी दिया है। चक्रवात संभावित क्षेत्रों में 60 मेडिकल टीमों के साथ-साथ 35 पशु चिकित्सा टीमों को भी तैनात किया गया था।
362 रसोई केंद्र खोले गए, जहां 18,732 प्रभावित लोगों को पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया गया। जहां कहीं बिजली आपूर्ति बाधित हुई थी, उसे शीघ्र बहाल कर सामान्य किया गया। जिन स्थानों पर पेड़ गिरने से सड़कें बाधित हुई थीं, वहां तुरंत सफाई कर रास्ते बहाल किए गए।
मंत्री पुजारी ने बताया कि पिछले 24 घंटों में गजपति जिले के गोसानी ब्लॉक में सबसे अधिक 150.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई। गजपति जिले के रायगढ़ ब्लॉक में 119.8 मिमी, मोहन में 106 मिमी, गंजाम जिले के पात्रपुर ब्लॉक में 117.4 मिमी, और मयूरभंज जिले के उदाला ब्लॉक में 105 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो सभी 100 मिमी से अधिक हैं।
इसके अलावा, 56 ब्लॉकों और शहरी क्षेत्रों में 50 से 100 मिमी तक वर्षा दर्ज की गई है। इस समीक्षा बैठक में विशेष राहत आयुक्त देवरंजन कुमार सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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