Odisha: आमजन के लिए खुला देश का पहला न्यायिक संग्रहालय, देखने के लिए कुछ महीने तक नहीं लगेगा शुल्क
Country first judicial museum हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ. जस्टिस एस. मुरलीधर ने कहा कि म्यूजियम ऑफ जस्टिस को देखने के बाद लोग ओडिशा के इतिहास के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे। यह म्यूजियम सोमवार को छोड़कर अन्य सभी दिन खुला रहेगा।

कटक, संवाद सहयोगी। कटक के ऐतिहासिक बारबाटी किला परिसर में स्थापित देश की पहली न्यायिक संग्रहालय, म्यूजियम आफ जस्टिस को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। संग्रहालय परिसर में आयोजित उत्सव में हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ. जस्टिस एस. मुरलीधर ने म्यूजियम ऑफ जस्टिस को आम लोगों के लिए औपचारिक तौर पर खोले जाने की घोषणा की।
जानकारी के मुताबिक इस म्यूजियम आफ जस्टिस को देखने के लिए प्राथमिक चरण में यानी कुछ महीने तक कोई शुल्क नहीं देना होगा। सोमवार को छोड़कर अन्य सभी दिन यह म्यूजियम सुबह 10 बजे से शाम के 6 बजे तक खुला रहेगा।
कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधीश डॉ. जस्टिस एस. मुरलीधर ने कहा कि म्यूजियम ऑफ जस्टिस को देखने के बाद लोग ओडिशा के इतिहास के बारे में काफी जानकारी हासिल कर सकेंगे। राज्य की समृद्ध संस्कृति, परंपरा, कला के ऊपर भी मुख्य न्यायाधीश ने इस मौके पर रोशनी डाली।
इस मौके पर मुख्य न्यायाधीश ने म्यूजियम स्थापना के लिए गठन की जाने वाली सलाहकार कमेटी के सदस्यों के कार्य को मुख्य न्यायाधीश ने सराहना की। इस मौके पर म्यूजियम सलाहकार कमेटी के सदस्यों को मुख्य न्यायाधीश और हाईकोर्ट के न्यायाधीशों ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम में हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस देवब्रत दास ने स्वागत भाषण दिया। जबकि जस्टिस शशिकांत मिश्र ने धन्यवाद सौंपा।
गौरतलब है कि, 25 फरवरी को राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने इस म्यूजियम ऑफ जस्टिस का उद्घाटन करते हुए कहा था कि, ओडिशा के लिए यह गौरव का विषय है।
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