कैनाल की 36 फीट गहराई में समाई कार, कंस्ट्रक्शन साइट पर बरती गई लापरवाही से एक की मौत, दूसरा की हालत गंभीर
तालदंडा कैनल में चलने वाली विकास कार्य में लापरवाही के चलते एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इनकी कार 36 फीट की गहराई में समा गई। लोगों में इसे लेकर आक्रोश है। खतरा होने के बावजूद नहीं लगाया गया था साइन बोर्ड।
संवाद सहयोगी, कटक। मातृ भवन से नया बाजार की तरफ जाने वाली तालदंडा कैनल के किनारे सोमवार को एक बड़ा हादसा हो गया। इस निर्माणाधीन कैनल में एक कार के गिर जाने से इसमें सवार दो लोगों में से एक की मौत हो गई है।
हादसे को लेकर लोगों में आक्रोश
कार जब कैनल की गहराई में जा गिरी, तो इसमें सवार पति-पत्नी काफी देर तक अंदर फंसे रहे। इन्हें जैसे-तैसे गंभीर हालत में बाहर निकाला गया। इस दौरान पति ज्ञानरंजन बेहेरा की मौत हो गई, जबकि पत्नी अंजना जेना को इलाज के बाद कटक मेडिकल से घर भेज दिया गया। घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है।
रास्ते में जमा है मिट्टी का ढेर, कैसे कोई तय करे सफर
लोगों ने रोड एंड बिल्डिंग यानि आर एंड बी की लापरवाही को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया है। विभाग की ओर से तालदंडा कैनाल के किनारे किसी भी तरह का साइन बोर्ड न लगाने के चलते दुर्घटना हुई है क्योंकि रास्ते पर मिट्टी जमा होने से कार संभल नहीं पाई और कैनाल में जा गिरी। अगर कोई बोर्ड लगा होता तो लोग इस तरफ आते ही नहीं।
अस्पताल से पत्नी का इलाज करा लौट रहे थे ज्ञान रंजन
गौरतलब है कि परमहंस पंचायत के महुरा गांव के ज्ञान रंजन और अंजना इस हादसे का शिकार हुए हैं। महुरा गांव के ज्ञान रंजन नुआ बाजार की रेल पटरी के पास एक घर किराए पर लेकर रहते थे। हाल ही में वे बाहर घूमने के लिए गए थे। इस दौरान पत्नी अंजना के घुटनों में कुछ दर्द होने के चलते उन्हें सोमवार के दिन एक मारुति कार में सीडीए के एक निजी अस्पताल को इलाज के लिए लेकर गए थे।
दंपत्ति को गृह प्रवेश की खरीददारी भी करनी थी
ज्ञानरंजन और अंजना वहां से वापस घर लौटते समय कॉलेज चौक से 2 लाख रुपये बैंक से निकालकर घर जा रहे थे क्योंकि हाल ही में उनके नया घर की पूजा होनी थी। जिसके चलते कुछ खरीदारी भी करनी थी। मधुपाटना थाना पुलिस इस घटना को लेकर एक अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज करते हुए घटने की छानबीन शुरू की है।
दूसरी और तालदंडा कैनाल के पास चलने वाली विकास कार्य में दीवार निर्माण का कार्य आर एंड बी के द्वारा की जा रही है। ऐसे में वहां पर लापरवाही बरती गई है। किसी भी तरह का साइन बोर्ड या बैरिकेट्ड वहां पर नहीं लगाया गया था, जिस कारण हादसा हुआ है।
बेटी के दिल्ली से आने के बाद हुआ पिता का अंतिम संस्कार
स्थानीय लोगों ने कैनाल के निर्माण कार्य में जुटी एसके राय कंस्ट्रक्शन कंपनी और आर एंड बी को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। ज्ञान रंजन के शव को सोमवार की शाम को पोस्टमार्टम के बाद उनके गांव महुरा ले जाया गया। जहां पर मातम का माहौल दिखा। बाद में उनकी बेटी के दिल्ली से वापस आने के बाद मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया है।
जिलाधीश ने दिए जांच के निर्देश
दूसरी ओर इस घटना को लेकर कटक के जिलाधीश भवानी शंकर चयनी ने संपूर्ण रिपोर्ट मांगा है। किस परिस्थिति में यह घटना हुई और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। उसकी जांच पड़ताल करते हुए रिपोर्ट देने के लिए कटक के उप जिलाधीश एवं आर एंड बी कार्यपालक अभियंता को जिलाधीश ने निर्देश दिया है।
सावधानी के लिए लगे बोर्ड को लोग कर रहे नजरअंदाज
ये दो अधिकारी सोमवार को मौके पर पहुंच घटना की जांच पड़ताल में जुट गए। कटक जिलाधीश ने इसे एक हादसा बताया है क्योंकि मौके पर साइन बोर्ड लगा थी, लेकिन लोग उसे नज़र अंदाज कर रहे हैं।
कल उस रास्ते उन्हें नहीं जाना चाहिए था, यह बात जिलाधीश श्री चयनी ने कही है। पूरी घटना की जांच कर रिपोर्ट मांगा गया है और अगर किसी को दोषी पाया गया तो करवाई होगी। यह बात जिलाधीश ने स्पष्ट किया है।
विदित है कि वर्ष 2022 में छत्र बाजार के पास मौजूद तालदंडा कैनल में काम चलते समय हुए एक हादसे में दो श्रमिकों की मौत हो गई थी। उस समय भी कैनल के पुनः विकास कार्य करने वाला कंपनी को ही उस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था ।
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