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    BSE Odisha Result 2023: ओडिशा में जारी हुए 10वीं के रिजल्ट, छात्राओं ने मारी बाजी; 96.19 प्रतिशत रही पास दर

    By Sheshnath RaiEdited By: Yashodhan Sharma
    Updated: Thu, 18 May 2023 06:18 PM (IST)

    ओडिशा माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित मैट्रिक परीक्षा का परिणाम गुरुवार को घोषित किया गया है। इस बार मैट्रिक में पास दर 96.19 प्रतिशत रही है। रेगुलर में 96.40 प्रतिशत छात्र-छात्राओं ने पास किया है। इस परीक्षा में छात्राओं ने छात्रों को पीछे छोड़ दिया है।

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    ओडिशा में जारी हुए 10वीं के रिजल्ट, छात्राओं ने मारी बाजी; 96.19 प्रतिशत रही पास दर

    संवाद सहयोगी, कटक। ओडिशा माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित मैट्रिक परीक्षा का परिणाम गुरुवार को घोषित किया गया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद कार्यालय में विद्यालय एवं गण शिक्षा विभाग की प्रभारी मंत्री प्रमिला मलिक और सचिव स्वाति एस ने परिषद के अध्यक्ष डा. रामाशीष हाजरा, उपाध्यक्ष निहार रंजन महांती, सचिव समिता सरकार प्रमुख की उपस्थिति में नतीजा पुस्तक का विमोचन किया।

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    इस साल की मैट्रिक परीक्षा में काफी अच्छा नतीजा आया है। इस बार मैट्रिक में पास दर 96.19 प्रतिशत रही है। रेगुलर में 96.40 प्रतिशत छात्र-छात्राओं ने पास किया है, जबकि एक्स रेगुलर में 73.41 प्रतिशत, करस्पांडेंट रेगुलर में 81.89 प्रतिशत और करस्पांडेंट एक्स रेगुलर में 77.78 प्रतिशत छात्र-छात्रा उत्तीर्ण हुई हैं।

    छात्राओं ने छात्रों को छोड़ा पीछे

    इस वर्ष की मैट्रिक परीक्षा में 8945 स्कूल के पांच लाख 32 हज़ार 746 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा के लिए फार्म भरा था। 11302 छात्र-छात्रा इस परीक्षा में अनुपस्थित रहे। पांच लाख 21 हजार 444 छात्र-छात्रा परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 399 छात्र-छात्रा नकल करते व परीक्षा में गड़बड़ी करने के चलते निष्कासित किए गए थे। इस परीक्षा में छात्राओं ने छात्रों को पीछे छोड़ दिया है।

    छात्राओं की पास प्रतिशत छात्रों से बेहतर रही है। इस साल के मैट्रिक परीक्षा में 2 लाख 58 हजार 827 छात्राओं ने पास किया है, जबकि दो लाख 53 हजार 633 छात्रों ने मैट्रिक परीक्षा में पास किया है। ग्रेड ए में पास करने वाले छात्र छात्राओं की संख्या 4158 है।

    इसी प्रकार, ए 1 ग्रेड में 29 हजार 855, ग्रेड बी में 77 हजार 762, बी-2 में एक लाख 19 हज़ार 120 छात्र छात्राओं ने पास किया है। इसके अलावा सी ग्रेड में एक लाख 22 हजार 227, डी ग्रेड में 95 हजार 934, ई ग्रेड में 62791 छात्र-छात्राओं ने मैट्रिक पास किया है, जबकि कंपार्टमेंटल परीक्षा 569 छात्र-छात्राओं ने पास किया है। कुल पांच लाख 21 हज़ार 444 छात्र छात्राओं में से पांच लाख 12 हज़ार 460 छात्र छात्राओं ने मैट्रिक पास किया है।

    परीक्षा परिणाम संतोषजनक

    माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित मैट्रिक परीक्षा परिणाम को लेकर विद्यालय एवं शिक्षा विभाग की प्रभारी मंत्री प्रमिला मलिक और सचिव स्वाति एस ने संतोष जताया है। उन्होंने कहा कि, इस वर्ष मैट्रिक परीक्षा का परिणाम काफी अच्छा हुआ है।

    मैट्रिक परीक्षा में सर्वाधिक पास दर कटक एवं जगतसिंहपुर जिला के छात्र-छात्राओं ने किया है, जहां पर पास दर 97.99 प्रतिशत रहा, जबकि सबसे कम नतीजा मलकानगिरी जिला के छात्र छात्राओं ने हासिल किया है। जहां पर पास दर 92.68 प्रतिशत रहा है। सबसे कम होने के बावजूद मंत्री और सचिव ने मलकानगिरी जिले की पास दर को लेकर संतोष जताया है। हालांकि, इस वर्ष मैट्रिक परीक्षा में 11 हजार 302 छात्र-छात्रा परीक्षा मैदान में नहीं उतरे हैं।

    स्कूल के छात्र-छात्राओं ने मैट्रिक परीक्षा के लिए फार्म भरने के बावजूद परीक्षा क्यों नहीं दिया है, इसकी जांच निश्चित तौर पर की जाएगी। फार्म भरने के बावजूद यह छात्र-छात्रा क्यों परीक्षा नहीं दिए हैं और उनकी क्या समस्या है, इस पर हर तरह से गौर किया जाएगा एवं उन छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों से मिलकर उनकी काउंसलिंग भी की जाएगी ताकि फिर से मैट्रिक परीक्षा दे सकें।

    दोबारा मिलेगा मौका!

    साथ ही मैट्रिक परीक्षा से वंचित होने वाले तथा इसमें फेल होने वाले छात्र-छात्राओं को दोबारा परीक्षा देने के लिए मौका दिया जाएगा। इस साल सप्लीमेंट्री परीक्षा की जाएगी। जल्द ही उसकी तारीख की घोषणा की जाएगी। कोरोना महामारी का प्रकोप घट चुका है। ऐसे में आगे से फिर समेटिव परीक्षा नहीं किया जाएगा। पहले की भांति श्रेणी परीक्षा और मैट्रिक एनुअल परीक्षा की जाएगी।

    इस वर्ष के मैट्रिक परीक्षा में राज्य के किन-किन स्कूल में नतीजा अच्छा नहीं आया है। उस पर गौर किया जाएगा और उस दिशा में निश्चित तौर पर विभाग की ओर से ठोस कदम उठाया जाएगा। ताकि मैट्रिक परीक्षा में और बेहतर नतीजा छात्र छात्राओं को मिल सके। मंत्री ने कहा कि इस साल भी छात्राओं ने छात्रों को पीछे रखा है।

    छात्राओं का पास दर 97.05 प्रतिशत रहा और छात्रों का पास दर 95.75 प्रतिशत है। इस बार कोई भी एक स्कूल में नतीजा शून्य (0) नहीं हुआ है। जबकि 100 प्रतिशत परिणाम प्राप्त करने वाले स्कूलों की संख्या 3222 है।

    यह निश्चित रूप से एक अच्छा संकेत है। स्टेट ओपन स्कूल परीक्षा में 75.07 प्रतिशत छात्र छात्राओं ने पास किया है। जबकि संस्कृत मध्यमा परीक्षा में 85.94 प्रतिशत छात्र छात्राओं को सफलता मिली है।

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