Cyclone Fani: भाजपा ने लगाया आराेप, जिनके घर टूटे उनका नाम सूची में नहीं
Cyclone Fani भाजपा ने चक्रवात फणि से प्रभावित राज्य के 14 जिलों के लिए घर टूटने को लेकर तैयार की गई सूची में धांधली का आरोप लगाया और राज्य विशेष राहत आयुक्त को ज्ञापन सौंपा।
भुवनेश्वर, जेएनएन। चक्रवात फणि से प्रभावित लोगों के घर टूटने को लेकर तैयार की गई सूची में व्यापक धांधली होने का आरोप भारतीय जनता पार्टी की तरफ से लगाने के साथ एक ज्ञापन भी सोमवार को पार्टी की तरफ से राज्य विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) को सौंपा गया। इस ज्ञापन में स्पष्ट किया गया है कि फणि से प्रभावित राज्य के 14 जिलों के लिए घर टूटने को लेकर बनायी गई सूची को सार्वजनिक किया जाए।
भाजपा ने आरोप लगाया है कि पार्टी के आधार पर यह सूची तैयार की गई है। हकीकत में जिनके घर टूटे हैं उनका नाम इस सूची में नहीं है और जिनके घर नहीं टूटे हैं, उनके घर इस सूची में शामिल किए गए हैं। विरोधी दल के मुख्य सचेतक मोहन माझी एवं भाजपा राज्य उपाध्यक्ष सीमर महांती के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधि दल आज विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना से मुलाकात कर यह आरोप लगाया है।
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए भाजपा के राज्य उपाध्यक्ष महांती ने कहा है कि राज्य में 14 जिला में फणि के कारण नुकसान हुआ था, मगर आज तक सभी लोगों को सरकारी सहायता राशि नहीं मिली है। फणि से प्रभावितों की तीन स्तर पर सूची तैयार की गई है, जिसमें 3 लाख 89 हजार परिवार को दर्शाकर व्यापक अनियमितता की गई है। हकीकत में जिनके घर टूटे हैं, उन्हें सहायता राशि नहीं दी जा रही है।
तूफान में प्रभावित गरीब परिवार के लोग रोजाना जिलाधीश एवं तहसील कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं, उनकी बात सुनने वाला भी कोई नहीं है। तूफान से पहले एवं बांद में तीन चरण में कुल 3338 करोड़ रुपये की केन्द्रीय सहायता राशि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुहैया की थी। किन्तु बीजद ने पार्टी के आधार पर घर टूटने की सूची तैयार किया।
यही कारण है कि 3.83 लाख घर टूटने में से 1 लाख 8 हजार घर को सर्वाधिक टूटा हुआ दर्शाते हुए 95 हजार रुपया प्रदान करने का सरकार ने निर्णय लिया जिसमें भारी अनियमितता हुई है। भाजपा के आरोप के बाद मुख्य राहत आयुक्त ने कहा है कि इस संदर्भ में छानबीन करने के बाद वह आगे का कदम उठाएंगे। भाजपा के इस प्रतिनिधि दल में विधायक जयंत षड़ंगी, भाजपा नेता कालंदी सामल, दिलीप मलिक, गोलक महापात्र, शारदा प्रधान, टंकधर त्रिपाठी प्रमुख शामिल थे।
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