Odisha Assembly: लगातार दूसरे दिन हंगामें की भेंट चढ़ी विधानसभा की कार्यवाही, शनिवार सुबह 10 बजे तक स्थगित
भुवनेश्वर में सत्रहवीं विधानसभा का चौथा अधिवेशन लगातार दूसरे दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्षी दलों के शोरगुल के कारण सदन की कार्यवाही सामान्य रूप से नहीं चल पाई जिसके बाद सभापति ने सदन को शनिवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया। भाजपा विधायक ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ विशेषाधिकार भंग का आरोप लगाया जिससे सदन में और भी हंगामा बढ़ गया।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। सत्रहवीं विधानसभा का चौथा अधिवेशन लगातार दूसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्षी दल के विधायकों के शोरगुल के बीच शुक्रवार को सदन की कार्यवाही सामान्य ढंग से संचालित नहीं हो सकी।
सभापति के कई अनुरोधों के बावजूद जब हंगामा थमा नहीं, तो अंततः सदन को शनिवार सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
विधानसभा का मानसूनी सत्र गुरुवार से आरंभ हुआ था। आज सुबह की कार्यवाही महज चार मिनट ही चल सकी। बीजेडी नेताओं के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए सभापति ने सदन को अपराह्न 4 बजे तक स्थगित कर दिया।
लेकिन जैसे ही बैठक दोबारा शुरू हुई, विपक्षी विधायकों के हंगामे के चलते मात्र पांच मिनट में ही कार्यवाही फिर से ठप पड़ गई। इसके चलते सदन को अगले दिन तक के लिए टालना पड़ा।
आज के सत्र में भाजपा विधायक पद्म लोचन पंडा ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ विशेषाधिकार भंग का आरोप लगाया। वहीं, अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले सदन का सामान्य वातावरण होना आवश्यक है, ऐसा सभापति सुरमा पाढ़ी ने स्पष्ट किया।
सभापति ने यह भी कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र काडम, उपनेता अशोक दास, विधायक तारा प्रसाद बाहिनीपति और इंजीनियर सोफिया फिरदौस ने अविश्वास प्रस्ताव पर विचार-विमर्श से पूर्व ही मीडिया में बयान दिया।
इसी को आधार बनाकर भाजपा विधायक पद्मलोचन पंडा ने विशेषाधिकार भंग का मुद्दा उठाया। इससे सदन में हंगामा जारी रहने के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को शनिवार सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है।
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