बेंगलुरु महालक्ष्मी हत्या मामले में आया नया मोड़, मुख्य आरोपी के भाई ने किया चौंकाने वाला खुलासा
बेंगलुरु महालक्ष्मी हत्याकांड में एक नया मोड़ सामने आया है। मुख्य आरोपी मुक्ति रंजन रॉय के भाई ने चौंकाने वाला खुलासा किया है कि मुक्ति महालक्ष्मी से प्यार करता था और उससे शादी करना चाहता था। हालांकि महालक्ष्मी ने उस पर अपहरण का आरोप लगाया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद मुक्ति ने आत्महत्या कर ली। पुलिस को उसका सुसाइड नोट भी मिला है।

संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। बेंगलुरु महालक्ष्मी मर्डर केस ने उस समय एक नया मोड़ ले लिया जब आरोपी मुक्ति रंजन रॉय के भाई ने खुलासा किया कि वह महालक्ष्मी से बेहद प्यार करता था और उससे शादी करना चाहता था। हालांकि, महालक्ष्मी ने उस पर अपहरण का आरोप लगाया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
मुक्ति के भाई सत्यरंजन रॉय ने बताया कि मुक्ति उससे शादी करना चाहता था और उसे बाइक पर केरल ले जा रहा था, लेकिन उसने उस पर अपहरण का आरोप लगाया और लोगों ने उसकी पिटाई कर दी। लोगों ने उसे बुरी तरह पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने भी उसकी पिटाई की और 1000 रुपये रिश्वत देने के बाद उसे छोड़ दिया।
मुक्ति के भाई ने किया चौंकाने वाला खुलासा
मुक्ति के भाई ने बताया कि मुक्ति को महालक्ष्मी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसे धमकाया भी था, इसलिए गुस्से में आकर मुक्ति ने उसकी गर्दन पकड़ी और उसका गला घोंट दिया।
लड़की की मौत के बाद पकड़े जाने कर डर से मुक्ति उसे आत्महत्या दिखाने के लिए फांसी पर लटकाने की कोशिश की। हालांकि, वह उसे फांसी पर नहीं लटका सका और इसलिए उसने उसके शव को टुकड़ों में काटकर पुल पर फेंक दिया और ओडिशा भाग गया।
'वो बहुत घबराया हुआ था'
मुक्ति के भाई सत्यरंजन ने कहा कि वह मेरे साथ बरहमपुर में था और बहुत घबराया हुआ था तथा उसे इस बात का पछतावा था कि उसके एक गलत कदम ने पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया। सत्यरंजन ने कहा कि महालक्ष्मी मुक्ति को ब्लैकमेल कर पैसे की मांग कर रही थी तथा उनसे सोने का हार, अंगूठी और महंगा मोबाइल फोन भी ले लिया था, जिसके कारण वह पिछले डेढ़ साल से मानसिक रूप से अस्थिर था। मुक्ति के भाई ने आरोप लगाया कि महालक्ष्मी के साथ अपने रिश्ते के कारण वह अपने घर पैसा भेजने और खर्च उठाने में सक्षम नहीं थे।
पुलिस को मिला सुसाइड नोट
इस बीच, पुलिस ने मुक्ति का सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें उसने लिखा है कि मैं उसके व्यवहार से तंग आ चुका था। मैंने निजी मामलों को लेकर उससे झगड़ा किया और महालक्ष्मी ने मुझ पर हमला किया। उसके कृत्य से क्रोधित होकर मैंने उसे मार डाला।
महालक्ष्मी, जो त्रिपुरा की रहने वाली थी, यहां एक मशहूर मॉल में काम करती थी जहां मुक्ति भी काम करता था। पुलिस को पता चला है कि वह शादीशुदा थी और उसका एक बच्चा भी था, लेकिन वह अलग रहती थी। मुक्ति एक सनसनीखेज हत्या की घटना के बाद लापता हो गया था। बाद में उसे ओडिशा के भद्रक जिले के एक गांव में पेड़ से लटका हुआ पाया गया।
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