Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवात, ओडिशा सरकार ने जारी किया हाई अलर्ट

    By Shesh Nath RaiEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Fri, 24 Oct 2025 08:05 PM (IST)

    बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव के कारण 27 अक्टूबर तक चक्रवात आने की आशंका है। ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। ओडि ...और पढ़ें

    Hero Image

    बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवात, ओडिशा सरकार ने जरी किया हाई अलर्ट

    जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र तेजी से सक्रिय होता जा रहा है और 27 अक्टूबर की सुबह तक इसके चक्रवात में बदलने की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) भुवनेश्वर ने शुक्रवार को चेतावनी जारी करते हुए बताया कि 27 से 29 अक्टूबर के बीच ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवाओं और भारी बारिश की संभावना है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आईएमडी के अनुसार, इस दौरान हवा की रफ्तार 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।हालांकि चक्रवात के लैंडफॉल (टकराने) की सटीक जगह अभी तय नहीं हुई है, लेकिन शुरुआती संकेत बताते हैं कि इसका मुख्य प्रभाव आंध्र प्रदेश के तट पर पड़ेगा, जबकि ओडिशा के दक्षिणी और तटीय जिलों में भारी वर्षा और तेज हवाओं की स्थिति रहेगी।

    आईएमडी भुवनेश्वर की निदेशक मनोहरमा महांति ने बताया कि यह सिस्टम 25 अक्टूबर तक एक डिप्रेशन, 26 को डीप डिप्रेशन और 27 अक्टूबर की सुबह तक चक्रवात में तब्दील हो जाएगा।

    उन्होंने बताया कि 27 अक्टूबर से कटक, खुर्दा, पुरी, नयागढ़, केंद्रापड़ा, जगतसिंहपुर, गंजाम, गजपति, रायगड़ा, कोरापुट और मालकानगिरि जिलों में भारी से अति भारी वर्षा की संभावना है। 28 और 29 अक्टूबर को राज्य के अधिकांश हिस्सों में वर्षा होने की संभावना है।

    ओडिशा सरकार ने बढ़ाई सतर्कता, सभी विभाग अलर्ट पर

    संभावित चक्रवात को देखते हुए ओडिशा सरकार ने राज्य स्तर पर आपदा प्रबंधन तंत्र को सक्रिय कर दिया है।राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि राज्य सरकार किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

    उन्होंने कहा कि ओडिशा एक आपदा-प्रवण राज्य है और सरकार ने इस स्थिति से निपटने के लिए सभी विभागों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।ऊर्जा, स्वास्थ्य और कृषि विभागों को विशेष रूप से सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

    मंत्री ने कहा कि चक्रवात के समय बिजली आपूर्ति प्रभावित होने की आशंका रहती है, इसलिए ऊर्जा विभाग को त्वरित बहाली के लिए तैयार रहने को कहा गया है।कृषि विभाग को फसलों को संभावित नुकसान से बचाने और राहत उपायों के लिए तैयार रहने के निर्देश मिले हैं।

    राज्य प्रशासन ने निचले और समुद्र तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।मछुआरों को समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है।जिलाधिकारियों को राहत शिविरों की तैयारी और आपात संचार व्यवस्था की समीक्षा करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

    मंत्री पुजारी ने कहा कि अभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने की स्थिति नहीं आई है, क्योंकि चक्रवात की संभावना 28 या 29 अक्टूबर के बीच बताई जा रही है। हमारे पास निर्णय लेने और तैयारियां पूरी करने के लिए पर्याप्त समय है।

    मौसम विशेषज्ञों ने बताया है कि यह सिस्टम भले ही किसी गंभीर चक्रवात के स्तर तक न पहुंचे, लेकिन एक छोटा चक्रवात जरूर बनेगा, जिससे दक्षिण, मध्य और तटीय ओडिशा में अगले तीन दिनों तक व्यापक वर्षा और तूफानी मौसम बने रहने की संभावना है।