Run for Unity: सरदार पटेल की जयंती पर उमड़ा जनसैलाब, बालेश्वर में 10 हजार से ज्यादा लोगों ने निकाला जुलूस
बालेश्वर में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया गया। इस दौड़ में 10 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना था। जुलूस शहर के मुख्य मार्गों से गुजरा, जहाँ प्रतिभागियों ने देशभक्ति के नारे लगाए। जिलाधिकारी सहित कई अधिकारियों ने भी दौड़ में भाग लिया और सरदार पटेल के योगदान को याद किया।

जुलूस में शामिल छात्राएं। फोटो जागरण
लावा पांडे, बालेश्वर। भारत के लौह पुरुष कहे जाने वाले तथा स्वाधीन भारत के प्रथम गृह मंत्री, भारत मां के महान सपूत सरदार वल्लभ भाई पटेल का 150वा जयंती पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है।
इसी के तहत आज मंगलवार को सुबह 10 बजे स्थानीय भीमपुरा चौराहे से एक विशाल जुलूस शहर परिक्रमा करते हुए शहर के विभिन्न चौराहों से गुजरते हुए "रन फॉर यूनिटी" यानी "एकता के लिए दौड़" के आयोजन के तहत लौह पुरुष के विभिन्न योगदान को इस मौके पर याद किया गया।
खुद बालेश्वर के जिलाधीश सूर्यवंशी मयूर विकास, उप जिलाधीश शिव मालवीय, पुलिस कप्तान प्रत्यूष दिवाकर ,युवा आईपीएस अधिकारी मनीषा मैडम समेत जिले के प्राय सभी पुलिस और प्रशासन से जुड़े सभी आला अधिकारी इस मौके पर मौजूद थे।
5 घंटे से ज्यादा समय तक चलने वाले इस कार्यक्रम में रेमुना के विधायक गोविंद चंद्र दास, सदर विधायक मानस दत्त समेत भारतीय जनता पार्टी से जुड़े भारी संख्या में नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
विभिन्न चौराहो पर मंच बनाकर नृत्य गीत के साथ-साथ देश भक्ति का गुणगान किया जा रहा था। इस मौके पर विभिन्न महाविद्यालय, विश्वविद्यालय तथा विभिन्न संगठन से जुड़े महिला और पुरुष भारी संख्या में शामिल हुए थे।
शोभायात्रा के शुरुआत से लेकर अंत तक जिलाधीश, उप जिलाधीश और पुलिस कप्तान पूरी मुस्तैदी के साथ कही किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो इसका पूरा ख्याल रखे हुए थे।
खिलखिलाती धूप में भी युवाओं, वृद्धो और वयस्कों सबका जोश देखते ही बनता था। "भारत माता की जय" के नारे के साथ मानो पूरा शहर आज गूंज उठा था। जागरण से बातें करते हुए जिलाधीश सूर्यवंशी मयूर विकास ने कहा कि महापुरुषों की जीवन गाथा का पाठ हमें बहुत कुछ प्रेरणा देता है।
उन्होंने कहा कि महापुरुषों की कुर्बानियां कभी बेकार नहीं जाति तथा उनसे पूरे समाज ,पूरे देश दुनिया को और आने वाली पीढ़ी को नई सीख मिलता है। लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की कई पुरानी स्मृतियों को भी जिलाधीश ने ताजा किए थे।
यहां उल्लेखनीय की बालेश्वर जिले में निलगिरी समेत भोगराई और अन्य कई स्थानों पर कई कई बार इस तरह का भव्य आयोजन जिला प्रशासन की ओर से किया जा चुका है।

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