आस्था और उत्साह में एक हुए श्रद्धालु, ‘अंवला नवमी’ का पवित्र पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया
पूरी के साक्षीगोपाल में अंवला नवमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। राधारानी ने विशेष वेशभूषा में दर्शन दिए, जिससे श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। राधा पाद दर्शन सुबह 5 बजे शुरू हुआ, जिसमें भाग लेने के लिए भक्त रात से ही कतार में थे। मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए व्यापक इंतजाम किए थे। कलेक्टर ने व्यवस्थाओं की समीक्षा कर सतर्क रहने के निर्देश दिए।

अंवला नवमी पर लगी भीड़। (जागरण)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। पवित्र अंवला नवमी का पर्व शुक्रवार को पूरी के साक्षीगोपाल में श्रद्धा और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया। इस शुभ अवसर पर साक्षीगोपाल मंदिर में राधारानी ने अपनी पारंपरिक ओड़ियानी वेशभूषा में दर्शन दी, जिससे हजारों श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो उठे।
राधा पाद दर्शन का शुभ अवसर
प्रतीक्षित राधा पाद दर्शन सुबह 5 बजे आरंभ हुआ और देर रात तक जारी रहने की संभावना है। श्रद्धालुओं को वर्ष में केवल एक बार होने वाले इस दुर्लभ अवसर पर देवी राधा के पवित्र चरणों के दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला। धार्मिक मान्यता है कि अंवला नवमी के दिन देवी के चरणों का दर्शन करने से अपार पुण्य की प्राप्ति होती है।
श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु व्यापक प्रशासनिक तैयारी
श्रद्धालुओं के सुचारू दर्शन के लिए सत्यवादी स्थित साक्षीगोपाल गोपालजी मंदिर प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए। मंदिर परिसर के चारों ओर 11-स्तरीय बैरिकेडिंग लगाई गई ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ को व्यवस्थित ढंग से नियंत्रित किया जा सके।
इसी तरह पुरी श्रीमंदिर में भी अंवला नवमी और पंचुक पर्व के उपलक्ष्य में प्रशासन ने बड़े पैमाने पर सुरक्षा एवं भीड़ प्रबंधन के इंतजाम किए। लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए, निर्बाध दर्शन और सुरक्षित आवागमन के लिए विशेष व्यवस्था की गई।
मध्यरात्रि से ही उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
गुरुवार मध्यरात्रि से ही श्रद्धालु साक्षीगोपाल मंदिर पहुंचने लगे थे। मंगला आरती और अन्य सुबह की पूजा-अर्चना पूरी होते ही भक्तों की लंबी कतारें लग गईं। कई श्रद्धालु रात 2 बजे से ही लाइन में खड़े थे ताकि देवी के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त कर सकें। 11 लेन की बैरिकेडिंग प्रणाली पूरी तरह भर गई थी, जबकि चंदन पोखरी से लेकर मंदिर तक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
निगरानी और मौसम को लेकर सतर्कता
जिला कलेक्टर ने मंदिर पहुंचकर व्यवस्थाओं की समीक्षा की और पुलिस एवं मंदिर कर्मचारियों को भीड़ नियंत्रण के प्रति सतर्क रहने के निर्देश दिए। बारिश की संभावना को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पूर्व से ही आवश्यक एहतियाती कदम उठाए गए।

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