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    Dana Cyclone: चक्रवात 'दाना' को लेकर ओडिशा में अलर्ट, स्कूल-कॉलेज बंद, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का दौरा टला

    ओडिशा में चक्रवात दाना का खतरा मंडरा रहा है। इस कारण राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का ओडिशा दौरा टल गया है। बता दें कि दाना साइक्लोन 24 अक्टूबर की सुबह बंगाल की उत्तरी खाड़ी में पहुंचेगा और उसके बाद उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। 24 की रात या 25 अक्टूबर की सुबह यह पुरी और सागर दीपपुंज के बीच तट को पार करेगा।

    By Jagran News Edited By: Mohit Tripathi Updated: Tue, 22 Oct 2024 10:15 PM (IST)
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    ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड के तटीय क्षेत्रों में भी दिखेगा असर, होगी वर्षा।

    जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र मंगलवार को गहरे दबाव क्षेत्र और बुधवार को चक्रवात दाना में बदल जाएगा। गंभीर चक्रवात के रूप में तब्दील होकर 24 अक्टूबर की सुबह यह बंगाल की उत्तरी खाड़ी में पहुंचेगा।

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    इसके बाद उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और 24 की रात अथवा 25 अक्टूबर की सुबह ओडिशा के पुरी और बंगाल के सागर दीपपुंज के बीच तट को पार करेगा। इस दौरान हवा की गति लगभग 120 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है।

    स्कूल-कॉलेज बंद

    इधर, चक्रवात की आशंका को देखते हुए ओडिशा में जहां स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, वहीं, सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां 26 अक्टूबर तक के लिए रद कर दी गई हैं।

    साथ ही, चक्रवात के कारण ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में 23 से 25 अक्टूबर के बीच भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए मंगलवार से प्रस्तावित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का तीन दिवसीय ओडिशा दौरा भी टाल दिया गया है।

    पूरे राज्य में अलर्ट जारी

    राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी के अनुसार 'दाना' को केंद्र में रखकर पूरे राज्य में अलर्ट जारी करने के साथ-साथ एहतियात के तौर पर 10 तटीय जिलों में ओडीआरएएफ की 17 टीमें तैनात की गई हैं।

    पर्यटकों से आज (मंगलवार) पुरी शहर खाली करने व 24-25 अक्टूबर को पुरी की यात्रा न करने तथा मछुआरों को समुद्र में भूलकर भी न जाने की सलाह दी गई है।

    पूरे चक्रवात की अवधि में नगर निगम का नियंत्रण कक्ष जहां 24 घंटे संचालित रहेगा, वहीं एहतियात के तौर पर 250 राहत केंद्र व 500 अतिरिक्त राहत केंद्र बनाए गए हैं।

    इस बीच भुवनेश्वर मौसम विभाग की निदेशिका मनोरमा महापात्र ने कहा है कि दबाव का क्षेत्र वर्तमान में पारादीप से 730 किमी. दक्षिण-पूर्व, बंगाल सागर द्वीप से 779 किमी. दक्षिण-दक्षिण-पूर्व एवं बांग्लादेश खेपुपरा तट से 740 किमी. दक्षिण-दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर गति कर बुधवार को अत्यधिक सक्रिय हो जाएगा।

    इन जिलों में होगी भारी वर्षा

    इससे ओडिशा के भद्रक, बालेश्वर, जगतसिंहपुर, केन्द्रापड़ा, जाजपुर, पुरी, गंजाम, खुर्दा जिले में कुछ जगहों पर मंगलवार से ही भारी से भारी वर्षा होगी।

    चक्रवात का असर राज्य के अन्य जिलों पर भी पड़ेगा, जहां मध्यम दर्जे से लेकर भारी वर्षा का पूर्वानुमान है। वर्षा का यह क्रम 25 अक्टूबर तक जारी रहेगा। इसका असर झारखंड और बंगाल के तटीय क्षेत्रों में भी देखने को मिलेगा।

    'दाना' नाम क्यों पड़ा

    2000 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन के सौजन्य से चक्रवातों का नाम रखने का क्रम शुरू हुआ। इसके लिए बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड आदि देशों का एक पैनल है, जो चक्रवात के नामों का चयन करता है। 'दाना' का अरबी में मतलब उदारता है। इस नाम का चयन कतर ने किया है।