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    विरोधियों के निशाने पर अंजली, हटाने की मांग

    By Edited By:
    Updated: Mon, 23 Jan 2012 03:39 PM (IST)

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    भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता

    पिपिली बलात्कार घटना में प्रदीप महारथी के कृषि मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब विरोधी दलों ने हिन्दोल ब्लाक अध्यक्ष घटना में संपृक्त महिला व शिशु विकास मंत्री अंजलि बेहेरा के इस्तीफा व गिरफ्तारी की मांग किए हैं। विरोधी दलों ने मांग किया है कि मुख्यमंत्री स्वच्छता दिखाते हुए महारथी की तरह अंजलि के खिलाफ भी कार्रंवाई करें। महारथी तो परोक्ष तौर पर बलात्कार घटना में शामिल थे जबकि अंजलि बेहेरा तो प्रत्यक्ष रूप से हत्या घटना में शामिल होने की बात विरोधी दलों की तरफ से कही जा रही है।

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    गौरतलब है कि हिन्दोल ब्लाक अध्यक्ष नवघन साहू की पिछले 14 तारीख को हत्या की गई थी। इस हत्या घटना से पहले ही नवघन ने ढेंकानाल एसपी को पत्र लिखे थे। जिसमें उन्होंने उल्लेख किया था कि मंत्री अंजलि बेहेरा से उन्हें जीवन के प्रति खतरा है। उन्होंने लिखा था कि मंत्री अंजली बेहेरा व स्थानीय सरपंच विजय राउत उन्हें मारने के लिए संयुक्त रूप से षडयंत्र कर रहे हैं। इस पत्र को बाद में हाईकोर्ट में पेश किया गया था। घटना की जांच करने वाली सीबीआई ने पत्र के सत्यता को लेकर संदेह प्रकट किया था। परिणाम स्वरूप इसकी जांच के लिए फारेंसिक लाबोरेटरी को भेजा गया था। लापोरेटरी में यह पत्र नवघन का होने की बात कहे जाने के बाद प्रमाण स्पष्ट हुआ था। इस पर हाईकोर्ट ने क्राईमब्रांच से कार्यानुष्ठान रिपोर्ट की मांग की है।

    नवघन के पत्र का प्रमाण मिलने के बाद विरोधी दल अब मंत्री अंजली बेहेरा के इस्तीफा की मांग करने के साथ उनकी गिरफ्तारी की भी मांग कर रहे हैं। विरोधी दलों का कहना है कि मंत्री के हत्या घटना में शामिल होने की बात फारेंसिक रिपोर्ट से स्पष्ट हो गई है। पीसीसी अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा है कि हत्या अभियोग में मंत्री का सीधे तौर पर संपृक्त होने का प्रमाण मिलने बाद वह अपनी नैतिकता दिखाएं। उन्होंने कहा कि इस दिशा में मुख्यमंत्री द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर कांग्रेस आम लोगों के पास जाएगी।

    भाजपा नेता विजय महापात्र ने कहा है कि मंत्री बेहेरा की संपृक्ति फारेंसिक रिपोर्ट के बाद प्रमाणित हो गई है। यहां पर मुख्यमंत्री की नैतिकता कहां गई है। उन्होंने कहा है कि महारथी के क्षेत्र में तो नैतिकता की बात कही गई थी, मगर मंत्री बेहेरा के लिए नैतिकता कहां है। उन्होंने कहा कि जनसधारण को कब तक बेवकूफ बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हत्या जैसे गम्भीर मामले में उनके मंत्री के शामिल होने की बात जानने के बाद मुख्यमंत्री कैसे चूप बैठे हैं, उन्होंने सवाल किया है। ओड़िशा गण समाज इसके खिलाफ आवाज उठाने की बात उन्होंने स्पष्ट की है। वहीं पूर्व मंत्री ब्रज किशोर त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री से तुरन्त कार्रंवाई करने की मांग किया है। उन्होंने कहा है कि यदि इस पर जल्द कार्रंवाई नहींकी गई तो हम जन आन्दोलन करने को बाध्य होंगे।

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