पुरी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने का रास्ता साफ, हवाई अड्डे के साइट को एमओसीए से मिली मंजूरी, अब काम में आएगी तेजी
पुरी सांस्कृतिक रूप से समृद्ध एक विश्व विख्यात तीर्थ नगरी है लेकिन यहां कोई एयरपोर्ट नहीं है। यात्री या तो सड़क या रेल मार्ग से पहुंचते हैं या भुवन ...और पढ़ें

संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। पुरी में श्री जगन्नाथ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की स्थापना के लिए राज्य सरकार की योजनाओं को बढ़ावा देते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) ने परियोजना के लिए साइट क्लीयरेंस की मंजूरी दे दी है। सरकार के सभी दस्तावेज जमा करने के ठीक एक साल बाद क्लीयरेंस मिला।
अब राज्य सरकार को जमा करना होगा डीपीआर
ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे (जीएफए) नीति, 2008 के अनुसार, हवाई अड्डा बनाने के लिए मंत्रालय से मंजूरी लेना जरूरी है।
सूत्रों ने कहा कि एमओसीए ने राज्य सरकार से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के साथ आगे बढ़ने को कहा है।
राज्य को दो साल के भीतर ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे पर संचालन समिति की सैद्धांतिक मंजूरी के लिए डीपीआर के साथ अपना आवेदन जमा करना होगा।
5,631 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा एयरपोर्ट
शुरुआती अनुमान के मुताबिक, हवाई अड्डा करीब 5,631 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। पुरी जिला प्रशासन ने ब्रह्मगिरि तहसील के अंतर्गत सिपासरुबली और संधापुर में 68 एकड़ वन और 221.48 एकड़ निजी सहित लगभग 1,164 एकड़ भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
परियोजना के लिए आवश्यक निजी भूमि में सिपासरुबली में 153.37 एकड़ और संधापुर में 68.11 एकड़ शामिल हैं। हालांकि, किसी पुनर्वास और पुनर्स्थापन की आवश्यकता नहीं है क्योंकि भूमि खंड मानव आवास से मुक्त हैं।
कुछ जमीनों के नामांतरण की प्रक्रिया जारी
परियोजना से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि परियोजना प्रस्ताव भूमि की पहचान और अनुकूल बाधा सीमा सतहों के सर्वेक्षण के बाद प्रस्तुत किया गया था। निजी भूमि अधिग्रहण के लिए जनसुनवाई पूरी हो गयी है।
कुछ सरकारी जमीन के नामांतरण की भी प्रक्रिया चल रही है। साइट क्लीयरेंस अनुमोदन की प्रतीक्षा की जा रही थी। अब, अन्य प्रक्रियाओं में तेजी लाई जाएगी।
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एयरपोर्ट बनने से होगी पर्यटकों को सहूलियत
सैद्धांतिक मंजूरी के लिए सरकार को सभी नियामक निकायों और सरकारी एजेंसियों के साथ आवश्यक औपचारिकताएं भी पूरी करनी होगी। सूत्रों ने बताया कि अगर सब कुछ समय पर पूरा हो गया, तो निर्माण कार्य अगले साल की शुरुआत में शुरू हो सकता है।
चूंकि पुरी को एक विश्व स्तरीय विरासत शहर के रूप में विकसित किया जा रहा है और भुवनेश्वर में बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अपनी डिज़ाइन क्षमता सीमा तक पहुंच गया है, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पर्यटकों की अधिक संख्या को ध्यान में रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने का आग्रह किया था।
पुरी में अब और बढ़ेगी तीर्थ यात्रियों की संख्या
भविष्य में तीर्थनगरी में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इस साल मई में अपनी नई दिल्ली यात्रा के दौरान नवीन ने फिर से पीएम से इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए हस्तक्षेप का अनुरोध किया था।
बाद में उसी महीने में पुरी-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन के समय सीएम ने पीएम को तीन से चार वर्षों के भीतर उनके समर्थन से तैयार होने पर हवाई अड्डे का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया था।
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