यात्रियों की सलामती के लिए दुआओं का दौर, 12 घंटे बाद भी रेस्क्यू जारी; सैंकड़ों लोग अभी भी बोगियों में फंसे
Odisha Train Accident ओडिशा के बालेश्वर में हुए ट्रेन हादसे में मरनेवालों की संख्या और बढ़ सकती है। हादसे के 12 घंटे बीत चुके हैं लेकिन बचाव कार्य अभी भी जारी है। एक जनरल बोगी में अभी 100-200 लोग फंसे हो सकते हैं।
भुवनेश्वर, जागरण डिजिटल। बालेश्वर ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। अभी तक 233 लोगों की मौत हो गई है। इस ट्रेन दुर्घटना के 12 घंटे हो गए हैं लेकिन बचाव कार्य अभी भी जारी है।
जैसे-जैसे वक्त बीतता जा रहा है, इस भीषण ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सारी दुर्घटनाग्रस्त बोगियों से लोगों को निकाला जा चुका है। अब बस एक जनरल डिब्बा उठाना बाकी है।
दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। लोगों के मुंह पर बस एक ही दुआ है कि बस यह मौत का आंकड़ा थम जाए। जैसे-जैसे बचाव कार्य खत्म होने के कगार पर है, ओडिशा में शुक्रवार को हुए मौत का तांडव का मंजर साफ होता जा रहा है।
राज्य में एक दिवसीय शोक
वहीं, इस हादसे के बाद ओडिशा में शनिवार को एक दिवसीय राज्यव्यापी शोक की घोषणा की गई है। यह जानकारी प्रदेश के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने दी है।
उन्होंने कहा है कि अभी मृतकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। ट्रेन के नीचे अभी भी कुछ लोग दबे हुए हैं, जिन्हें बाहैर निकालने का प्रयास जारी है।
रेलमंत्री मौके पर पहुंचे
वहीं, थोड़ी देर में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भुवनेश्वर से बालेश्वर रवाना होने वाले हैं। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव शनिवार सुबह-सुबह दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। एक के बाद एक दुर्घटनाग्रस्त कोच को घूमकर देख रहे हैं। उन्होंने स्थिति का अनुध्यान किया है।
बता दें कि शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस -बंगलौर हवाड़ा एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। पहले बाहनगा के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरी थी। इसके बाद इसी लाइन से आ रही बंगलौर-हावड़ा एक्सप्रेस ने कोरोमंडल को धक्का दिया और 17 कोच पटरी से उतर गए।