KIIT Student Death: नेपाली छात्रा आत्महत्या मामले में 5 और अधिकारियों से हुई पूछताछ, पूर्व सांसद की बढ़ी मुश्किलें
KIIT विश्वविद्यालय में नेपाली छात्रा की मौत मामले में 5 और अधिकारी गुरुवार सुबह भुवनेश्वर के राज्य अतिथि गृह में ओडिशा गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) के नेतृत्व वाली उच्च स्तरीय समिति के सामने पेश हुए। उच्च स्तरीय कमेटी एक के बाद एक करके कीट अधिकारियों से पूछताछ की है। 16 फरवरी को KIIT के कैंपस नंबर 6 में एक नेपाली छात्रा की मौत हो गई थी।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। केआईआईटी विश्वविद्यालय में नेपाली छात्रा द्वारा की गई आत्महत्या और उसके बाद हुई अराजकता मामले में कीट-कीस के संस्थापक तथा पूर्व सांसद अच्युत सामंत की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
इसी क्रम में केआईआईटी के पांच और अधिकारी गुरुवार सुबह लगभग 10:30 बजे भुवनेश्वर के राज्य अतिथि गृह में ओडिशा गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) के नेतृत्व वाली उच्च स्तरीय समिति के सामने पेश हुए। उच्च स्तरीय कमेटी एक के बाद एक करके कीट अधिकारियों से पूछताछ की है।
उच्च शिक्षा विभाग ने जारी किया था नोटिस
उच्च स्तरीय कमेटी के सामने गुरुवार को कीट की वरिष्ठ छात्रावास अधिकारी संहिता मिश्र, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सिद्धार्थ राय, आंतरिक समिति प्रमुख इप्सिता सतपथी, मुख्य प्रॉक्टर पी.के. पटनायक और सहायक निदेशक स्मृका पति पेश हुए।
इन अधिकारियों को हाजिर होने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने नोटिस जारी किया था। इससे पहले 21 फरवरी को केआईआईटी के संस्थापक तथा पूर्व बीजद सांसद अच्युत सामंत समेत आठ लोग उच्च स्तरीय समिति के समक्ष पेश हुए थे। समिति ने उनसे करीबन ढाई घंटे तक पूछताछ किया था।
दर्ज हो चुका है बयान
पूर्व बीजद सांसद अच्युत सामंत के साथ विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार और दो निलंबित महिला कर्मचारी सदस्य, मंजूषा पांडे और जयंती नाथ भी समिति के सामने पेश हुईं और अपने बयान दर्ज कराए थे।
KIIT छात्र की मौत क्यों और कैसे हुई? अधिकारियों से बार-बार शिकायत करने के बावजूद कीट यूनिवर्सिटी ने प्रकृति की बात क्यों नहीं सुनी? विदेशी छात्रों के साथ दुर्व्यवहार क्यों किया गया? अधिकारियों ने कानून अपने हाथ में क्यों लिया? जैसे सवाल का जवाब ढूंढने का प्रयास राज्य सरकार की उच्च स्तरीय समिति कर रही है।
KIIT के कैंपस में नेपाली छात्रा की हुई थी मौत
गौरतलब है कि 16 फरवरी को KIIT के कैंपस नंबर 6 में एक नेपाली छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद कैंपस में तनाव पैदा हो गया। कीट के सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों पर बल प्रयोग किया। यहां तक कि नेपाली छात्रों को केआईआईटी अधिकारियों द्वारा जबरन बस में भरकर कटक रेलवे स्टेशन भेज दिया गया था।
इस घटना को लेकर ना सिर्फ ओडिशा बल्कि देश और विदेश में निंदा की गई। ऐसे में इस घटना के तह तक जाने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सत्यब्रत साहू के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच समिति केआईआईटी विश्वविद्यालय की बीटेक तृतीय वर्ष की छात्रा प्रकृति लम्सल की मौत की जांच कर रही है।
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