PHOTOS: ओडिशा में बाढ़ का कहर, बालेश्वर और उत्तरी ओडिशा में भारी बारिश से मची तबाही
बालेश्वर में लगातार चार दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण उत्तर ओडिशा के कई प्रखंडों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। सुवर्णरेखा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है जिससे कई गांव जलमग्न हो गए हैं। जिला प्रशासन लोगों को आश्रय स्थलों पर पहुंचा रहा है और भोजन उपलब्ध करा रहा है।
लव पांडे, बालेश्वर। पिछले चार दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण उत्तर ओडिशा के जलेश्वर, बस्ता, बलियापाल, भोगराई, सदर, रमना और नीलगिरी नमक प्रखंडों में बाढ़ की भयावह स्थिति दिखने लगी है। कल जिले की जलका नदी खतरे के निशान को पार कर गई थी।
आज दोपहर सुवर्णरेखा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है इसका खतरे का निशान 10.36 मीटर है जबकि 11.53 मीटर पर पानी बहने लगा है। जिससे उत्तर ओडिशा पूरी तरह जलमग्न हो गया है।
जिला प्रशासन लोगों को जगह-जगह आश्रय स्थलों पर रख रहा है और उन्हें सूखा भोजन और पका हुआ भोजन उपलब्ध करा रहा है। लेकिन आज चौथे दिन भी रुक-रुक कर हो रही मूसलाधार बारिश के कारण लोगों का जीवन नरक बन गया है।
अगर हालात ऐसे ही रहे तो जिले की बूढ़ा बलांग नदी भी आज रात तक खतरे के निशान को पार कर जाएगी। अगर बूढ़ा बलांग नदी भी खतरे के निशान को पार कर गई तो उत्तर ओडिशा के एक हजार से अधिक गांव पूरी तरह पानी में डूब जाएंगे।
जिला प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति सामान्य होने तक प्रत्येक प्रखंड, तहसीलदार, स्वास्थ्यकर्मियों समेत तीन वरीय अधिकारियों को कल से हाई अलर्ट पर रखा है। जागरण से बात करते हुए बालासोर के जिलाधिकारी मयूर सूर्यवंशी ने कहा कि हमारे पास दवाइयां, खाद्य सामग्री, पॉलीथिन समेत अन्य जरूरी सामान का पूरा स्टॉक है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में एयरक्राफ्ट, एनडीआरएफ, दमकल विभाग के कर्मचारियों समेत भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। अभी तक किसी भी इलाके से किसी व्यक्ति की मौत की खबर नहीं है। लेकिन 15 दिन पहले सुवर्णरेखा नदी में आई बाढ़ में एक व्यक्ति की जान चली गई थी।
वहीं, भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 30 जून से 4 जुलाई तक ओडिशा के विभिन्न जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है।
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