Maha Shivaratri 2021: एशिया के सबसे बड़े शिवलिंग के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु, भूसंदेश्वर से लेकर पंचलींगेश्वर तक पूजे जा रहे हैं महादेव
Maha Shivaratri 2021 ओडिशा के प्रसिद्ध शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखी जा रही है जिला प्रशासन की ओर से सुबह 700 बजे से रात 800 बजे तक पूजा अर्चना का आदेश दिया गया है। भद्रक के आर्डी में धारा 144 लगा दी गई है।
बालेश्वर, जागरण संवाददाता। Maha Shivaratri 2021: पवित्र शिवरात्रि के मौके पर उत्तर ओडिशा के प्रसिद्ध शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखी जा रही है हालांकि कोरोना के चलते अधिकतर लोक कोविड नियमों का पालन कर रहे हैं। वही एशिया का सबसे बड़ा शिवलिंग कहे जाने वाला बालेश्वर के भोग्रई नामक स्थान पर मौजूद बाबा भूसंदेश्वर के शिवलिंग पर पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल समेत दूरदराज के भक्तों को पूजा अर्चना करते देखा गया।
जिला प्रशासन की ओर से कोविड नियमों का पालन करते हुए भक्तों के लिए सुबह 7:00 बजे से रात 8:00 बजे तक के लिए पूजा अर्चना करने का आदेश जारी किया गया है। बालेश्वर समेत उत्तर ओडिशा के भद्रक और मयूरभंज जिले में भक्तों की लंबी-लंबी कतारें पूजा अर्चना के लिए देखी गई थी। भद्रक के आर डी में बाबा अखंडल मणि शिव मंदिर में भक्तों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से धारा 144 लगा दी गयी थी।
इसी तरह के नीलगिरी मै पंचलिंगेश्वर नामक स्थान पर नीलगिरी पहाड़ पर स्थित है और यहां पर एक साथ एक ही स्थान पर पांच शिवलिंग विराजमान है। यहां भी पहुंच भगवान शिव की पूजा अर्चना करते भक्त देखे गए थे। उत्तर ओडिशा के इन तीन जिलों में सभी छोटे-बड़े शिव मंदिरों में लोगों ने कोविड नियमों का पालन करते हुए भगवान शिव पर जल चढ़ाया और पूजा अर्चना की इस मौके पर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। किसी भी स्थान पर मेला लगाने की अनुमति जिला प्रशासन की ओर से नहीं प्रदान किया गया था। प्राय: सभी स्थानों पर भक्त कोविड नियमों का पालन करते हुए तथा सरकारी नियमों को मानते हुए पूजा अर्चना करते हुए देखे गए।