Odisha News: बालेश्वर छात्रा के आत्मदाह प्रयास से आक्रोश, आरोपियों को फांसी देने की मांग
बालेश्वर के फकीर मोहन कॉलेज की छात्रा द्वारा आत्मदाह का मामला बढ़ता जा रहा है। कॉलेज के सामने आग लगाने वाली पीड़िता ने एक शिक्षक पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है और वह भुवनेश्वर के एम्स में जिंदगी की जंग लड़ रही है। मुख्यमंत्री सहित कई नेता उससे मिलने पहुंचे।

लावा पांडे, बालेश्वर। बालेश्वर के फकीर मोहन स्वशासित महाविद्यालय की एक छात्रा द्वारा आत्मदाह करने का मामला दिन-प्रतिदिन तूल पकड़ता जा रहा है। अभी दो दिन पहले ही पीड़ित छात्रा ने कॉलेज के प्राचार्य कार्यालय के सामने खुद को आग लगा ली थी।
इस छात्रा ने आरोप लगाया था कि इस कॉलेज का एक वरिष्ठ शिक्षक पिछले कई महीनों से उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। आज पीड़िता भुवनेश्वर के एम्स अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है। दस वरिष्ठ डॉक्टरों की एक टीम इस छात्रा को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है।
राज्य के मुख्यमंत्री से लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता पीड़िता का हाल जानने के लिए एम्स अस्पताल पहुंचने लगे हैं। आज सोमवार को बालेश्वर शहर पूरी तरह से विभिन्न राजनीतिक दलों के बैनर, पोस्टर और नारों से पट गया और गूंजता हुआ नजर आया।
मुख्य रूप से बीजू जनता दल से जुड़े छात्र और युवा नेता सुबह 11 बजे फकीर मोहन महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज और बालेश्वर के सांसद प्रताप सदांगी के पुतले लेकर पहुंचे।
बड़ी संख्या में इन नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और राज्य की मोहन सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की।
बीजू छात्र जनता दल के जिला अध्यक्ष सिमेन दास महापात्र के नेतृत्व में उपस्थित युवा नेता धीरेन नायक समेत इन छात्र नेताओं ने सवाल उठाया कि पीड़िता को न्याय क्यों नहीं मिला, कॉलेज प्रशासन, राजनीतिक दल के नेता, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी उसकी बात क्यों नहीं सुनते, इन लोगों ने इसे ही मुख्य सवाल और मुख्य मुद्दा बना लिया था और नारे लगा रहे थे।
कुछ देर के लिए फकीर मोहन महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर काफी उत्तेजना देखी गई। यहां कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र उपरोक्त घटना से काफी भावुक और उत्तेजित दिख रहे थे। दूसरी ओर, स्थानीय मिशन ग्राउंड से जिला कांग्रेस छात्र कांग्रेस और युवा कांग्रेस के नेतृत्व में एक जुलूस निकाला गया और राज्य सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शहर का चक्कर लगाया और जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने पहुंचा।
इन सभी की एक ही मांग थी कि आरोपियों को निलंबित नहीं बल्कि फांसी दी जाए, तभी आने वाले दिनों में अन्य छात्राएं सुरक्षित रह पाएंगी। अगर इन आरोपियों को सख्त से सख्त सजा नहीं दी गई तो आने वाले दिनों में छात्राओं और महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ेंगे।
इसी तरह, एआईडीएसओ से जुड़े छात्र, युवा और महिला संगठन ने जुलूस निकालकर शहर भर में घूमकर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर नारेबाजी की और राज्य सरकार मोहन माझी इस्तीफा दो और दोषियों को गिरफ्तार नहीं बल्कि फांसी दो जैसे नारे लगाए और घटना की न्यायिक जांच की मांग की।
कांग्रेस और एआईडीएसओ के इन छात्र, युवा और महिला नेताओं ने अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा। आज बालेश्वर की सड़कें पूरी तरह से भरी हुई थीं क्योंकि ऐसा लग रहा था जैसे पूरा बालेश्वर पीड़िता के समर्थन में सड़कों पर उतर आया हो।
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