जलते अंगारों पर चलते भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा, देखें वीडियो
अनुष्ठान के एक भाग के रूप में भक्त आग पर चल रहे थे। तभी पात्रा गांव पहुंचे और किसी अन्य प्रतिभागी की तरह आग पर चलकर वहां मौजूद सभी लोगों को अचंभित कर दिया। बाद में वे कंठापुर गांव में आयोजित झामू जात्रा में गए।

अनुगुल, संतोष कुमार पांडेय। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा मंगलवार को झामू जात्रा में डंडा पटुआ (प्रतिभागी) की तरह जलते अंगारों पर चले। पात्रा ने पुरी जिले की समांग पंचायत के रेबतीरमन गांव में आयोजित जात्रा में भाग लिया। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा कि शक्ति पूजा हमारी सनातन संस्कृति एवं परंपरा का अहम हिस्सा है, पुरी जिले के समंग पंचायत के रेबती रमण गांव में आयोजित यह दण्ड और झामू यात्रा इसी प्राचीन परंपरा का प्रतीक है। इस तीर्थयात्रा में अग्नि पर चलकर मां की पूजा-अर्चना एवं आशीर्वाद प्राप्त कर, खुद को धन्य अनुभव कर रहा हूं।
शक्ति पूजा हमारी सनातन संस्कृति एवं परंपरा का अहम हिस्सा है, पुरी जिले के समंग पंचायत के रेबती रमण गांव में आयोजित यह दण्ड और झामू यात्रा इसी प्राचीन परंपरा का प्रतीक है।
इस तीर्थयात्रा में अग्नि पर चलकर मां की पूजा-अर्चना एवं आशीर्वाद प्राप्त कर, खुद को धन्य अनुभव कर रहा हूँ।… pic.twitter.com/oTciqW61Gj
— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 11, 2023
अनुष्ठान के एक भाग के रूप में भक्त आग पर चल रहे थे। तभी पात्रा गांव पहुंचे और किसी अन्य प्रतिभागी की तरह आग पर चलकर वहां मौजूद सभी लोगों को अचंभित कर दिया। बाद में वे कंठापुर गांव में आयोजित झामू जात्रा में गए। वहां भी उन्होंने जात्रा में भाग लिया और कोयले के अंगारों पर चल पड़े।
उन्होंने पूजा अर्चना की और ग्रामीणों की सलामती के लिए आशीर्वाद मांगा। इसके बाद उन्होंने मां झड़ेश्वरी के भी दर्शन किए। विशेष रूप से, झामू यात्रा बैसाख के महीने में मनाया जाता है और यह पणा संक्रांति के दिन समाप्त होता है।
जलते हुए कोयले पर नंगे पैर चलकर भक्त अपनी अनुष्ठान व तपस्या समाप्त करते हैं। उत्तर ओडिशा में इसे छडक पर्व के नाम से जाना जाता है। भक्त आम तौर पर अपनी इच्छा पूरी करने के लिए देवता का आह्वान करने के लिए आग पर चलते हैं। लेकिन संबित पात्रा ने अपनी इच्छा गुप्त रखी।
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