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    यूपी के इस ज‍िले में द‍िवाली से पहले फिर सक्रिय हुए मिलावटखोर, शहर से गांव तक बिछाया जाल

    Updated: Mon, 13 Oct 2025 09:02 PM (IST)

    दीपावली पर्व के नजदीक आते ही शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक मिठाइयों के बाजार सजने लगे हैं। मिठाइयों की मांग को देखते हुए मिलावटखोर सक्रिय हो गए हैं। खाद्य विभाग की टीम अभियान चलाकर छापेमारी कर रही है। इसके बावजूद धंधेबाज मिठाइयों में मिलावट कर मोटा मुनाफा कमाने की जुगत में लगे हैं। 

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    जागरण संवाददाता, बहराइच। दीपावली पर्व के नजदीक आते ही शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक मिठाइयों के बाजार सजने लगे हैं। मिठाइयों की मांग को देखते हुए मिलावटखोर सक्रिय हो गए हैं। खाद्य विभाग की टीम अभियान चलाकर छापेमारी कर रही है। इसके बावजूद धंधेबाज मिठाइयों में मिलावट कर मोटा मुनाफा कमाने की जुगत में लगे हैं। पिछले पांच दिनों में विभाग ने खराब मिली 107 क्विंटल मिठाई व खोआ को नष्ट कराया है, वहीं अधोमानक मिले 119 लीटर रिफाइंड राइस ब्रान आयल को जब्त करने के साथ संदिग्ध मिली खाद्य सामग्रियों के 30 नमूनों को जांच के लिए लैब भेजा है।

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    दीपावली पर मिठाई की बिक्री बढ़ जाती है। खरीदारी के लिए बाजार में उमड़ी भीड़ मिलावट करने वाले धंधेबाजों के लिए कमाने का अवसर देती है। इसकी गवाही खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के आंकड़े भी देते हैं। विभाग ने आठ अक्टूबर से शुरू किए गए विशेष अभियान के दौरान अब तक खाद्य पदार्थों के 30 नमूने लिए हैं। इन्हें जांच के लिए खाद्य विश्लेषक प्रयोगशाला भेजा गया है।

    मूंगफली का तेल, छुआरा, पामोलिन व सनफ्लावर आयल, गुलाब जामुन मिक्स, वनस्पति, राइस ब्रान आयल, बूंदी व लड्डू, खोआ बर्फी, नमकीन, चना स्वीट, पनीर, मिश्रित दूध, घी और पेड़ा के एक-एक नमूने शामिल हैं। सरसों तेल, सोयाबीन आयल, बेसन, सोन पापड़ी व छेना मिठाई के दो-दो तो खोआ के चार नमूने लैब को भेजे गए हैं। एक माह के अंदर जांच रिपोर्ट आने के बाद गड़बड़ी मिलने पर संबंधित प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई है।


    फास्ट फूड की दुकानों पर हानिकारक रंगों का प्रयोग तेजी से हो रहा है। ग्राहकों को भी जागरूक होने की जरूरत है। चार दिनों के भीतर अभियान के दौरान एक क्विंटल से अधिक खराब खाद्य सामग्री को नष्ट कराया गया है। 30 नमूने जांच को भेजे गए हैं।- डॉ. अमर सिंह वर्मा, सहायक आयुक्त (खाद्य) द्वितीय, बहराइच।