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    'अदृश्य' हो चुके फुटपाथ, दिल्ली का ये हाल देख हर कोई हैरान; चौंका देगी पूरी रिपोर्ट

    Updated: Mon, 13 Oct 2025 07:44 AM (IST)

    पूर्वी दिल्ली में फुटपाथों पर अतिक्रमण के कारण पैदल चलने वालों को सड़क पर चलने को मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है। लोगों का आरोप है कि नगर निगम और पुलिस की मिलीभगत से अतिक्रमण हो रहा है। प्रीत विहार, वजीराबाद रोड समेत कई इलाकों में यही स्थिति है। निगम ने अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं।

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    जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। यमुनापार में फुटपाथ पर रेहड़ी-पटरी वालों, दुकानदारों और झुग्गी वालों ने कब्जा कर रखा है। पैदल आने-जाने वालों को जगह ही नहीं मिलती। वह सड़क पर चलने को मजबूर हैं। त्योहार के सीजन में सड़कों पर वाहन का दबाव बढ़ रहा है। ऐसे में पैदल आने-जाने वालों को दुर्घटना का डर बना हुआ है।

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    लोगों की मांग है कि फुटपाथों को खाली कराया जाए। लोगों का आरोप है कि नगर निगम और पुलिस के सामने यह अतिक्रमण हो रहा है, वह कोई ठोस कार्रवाई करते। यहां तक मिलीभगत के आरोप भी लोग लगा रहे हैं।

    लोगों का कहना है कि शाम के बाद फुटपाथों की स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है। खानपान की रेहड़ियां और पटरी वाली दुकानों की संख्या बढ़ा जाती है। कुछ जगहों पर नारियल की दुकानें स्थायी हो गई हैं। उन्हें पैदल चलने वालों की समस्या से कोई लेनादेना नहीं। प्रीत विहार में तो थाने के सामने ही फुटपाथ पर फूडवेन ने कब्जा किया हुआ है।

    थाने वाले रोड पर स्थायी दुकानें भी बनी हैं। वजीराबाद रोड, यमुना विहार, आचार्य निकेतन मार्केट, मयूर विहार फेज-एक, फेज-दो, वसुंधरा एन्क्लेव, न्यू अशोक नगर, पांडव नगर, गणेश नगर समेत कई स्थानों पर यही स्थिति है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि वह अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करते हैं, लेकिन लोग दोबारा कब्जा कर लेते है। पुलिस को उन्हें रोकना चाहिए। पुलिस का कहना है कि निगम जब सहयोग मांगता है, वह करते हैं।

    आइपी एक्सटेंशन

    यहां फुटपाथों पर खानपान के स्टाल लगे हैं। धर्मा अपार्टमेंट के पास तो एक ढाबा तक खुला हुआ है। पौधे, चाय, पान मसाला बेचने वालों ने भी दुकानें खोल रखी है। रेहड़ियों पर फल और मोबाइल कवर बेचे जा रहे हैं। पैदल चलने वालों को सड़क पर चलना पड़ता है।

    एनएच-नौ


    एनएच-नौ की सर्विस लेन के किनारे फुटपाथ पर पंचर की दुकानें चल रही हैं। कई लोग यहां अपने वाहन भी खड़े कर देते हैं। वेस्ट विनोद नगर के पास झुग्गियां तक बन चुकी हैं, जबकि ईस्ट विनोद नगर में लोग फुटपाथ पर पशु बांधते हैं और वाहन मरम्मत का काम करते हैं।

    पटपड़गंज रोड


    रशीद मार्केट में इस रोड के फुटपाथों पर पुराने वाहन बेचने वाले दुकानदारों ने कब्जा किया हुआ है। वह बेचने के लिए वाहनों को फुटपाथ पर खड़ा करते हैं। कई जगह फुटपाथ को स्थानीय लोगों ने निजी वाहनों का पार्किंग स्थल बना दिया है। दुकानदारों और ढाबा संचालकों ने भी जगह-जगह कब्जा कर रखा है।

    शकरपुर और लक्ष्मी नगर


    इन दोनों बाजारों के पास रेहड़ी-पटरी वालों ने फुटपाथ को घेर रखे हैं। शकरपुर में फुटपाथ पर किताबें व मोबाइल कवर बेचे जा रहे हैं। लक्ष्मी नगर में भी यही हाल है। खानपान की दुकानें फुटपाथ पर चल रही हैं।

    फुटपाथ पर अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। मैंने टीम को निर्देश दिया है कि फुटपाथों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए। पुलिस को भी इस ओर देखना चाहिए। - राम किशोर शर्मा, चेयरमैन, शाहदरा दक्षिणी जोन, नगर निगम