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    बरेली डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने कहा, हिंदू-मुस्लिमों का डीएनए एक

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Wed, 31 Jan 2018 08:39 AM (IST)

    बरेली डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह के फेसबुक पर की गई अपनी विवादित पोस्ट को हटा दिया है। हालांकि इन्होंने अपनी पोस्ट पर आए कमेंट पर सफाई देते हुए एक दूसरी पोस्ट जरूर की है।

    बरेली डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने कहा, हिंदू-मुस्लिमों का डीएनए एक

    बरेली (जेएनएन)। कासगंज के साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर फेसबुक पोस्ट पर विवाद खड़ा होने के बाद डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह से शासन सचिवालय और मुख्यमंत्री कार्यालय तक ने नाराजगी जताई। मुख्य सचिव और सरकार की नाराजगी के बाद डीएम ने 28 जनवरी को डाली पोस्ट को अपनी फेसबुक वॉल से हटा लिया। नया पोस्ट कर लोगों की भावनाएं आहत होने पर माफी मांगी। हालांकि, उसमें भी बखेड़ा खड़ा हो गया। नए पोस्ट में हिंदू और मुस्लिमों का डीएनए एक ही बता दिया। उनके नए कमेंट पर कलक्ट्रेट से लेकर हर सरकारी दफ्तर और राजनीतिक लोगों के बीच मंगलवार को नाराजगी का दौर दिखा।

    सुबह ही हटाई विवाद वाली पोस्ट

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    डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने 28 जनवरी की शाम अपने फेसबुक एकाउंट पर कासगंज हिंसा को लेकर विचार साझा किए थे। 39 शब्दों के इस पोस्ट में उन्होंने बिना अनुमति यात्रा निकालने और कथित तौर पर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाने वालों पर टिप्पणी की थी। मामला गरमाने पर मंगलवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे उन्होंने पोस्ट हटा ली। लगभग एक घंटे बाद साढ़े बारह बजे आइएएस राघवेंद्र विक्रम सिंह ने अपनी पूर्व की पोस्ट को लेकर सफाई दी और भावनाएं आहत होने पर माफी मांगी।

    अब यह लिखा...

    'हमारी पोस्ट बरेली में कांवड़ यात्रा के दौरान आई कानून-व्यवस्था की समस्या से संबंधित थी। मुझे आशा थी कि इसे बौद्धिक निर्णय से देखा जाएगा, लेकिन इसने दूसरा रुख ले लिया। हम आपस में चर्चा इसलिए करते हैं कि हम बेहतर हो सकें। ऐसा लगता है कि इससे बहुत से लोगों को आपत्ति भी और तकलीफ भी। हमारी मंशा कोई कष्ट देने की नहीं थी। साम्प्रदायिक माहौल सुधारना प्रशासनिक और नैतिक जिम्मेदारी है हम लोगों की। हमारे मुस्लिम हमारे भाई हैं। हमारे ही रक्त। डीएनए एक ही है हमारा। हमें उन्हें वापस लाना नहीं आया। एकीकरण और समरसता के भाव को जितनी जल्दी हम समझें उतना बेहतर है देश के लिए, हमारे प्रदेश के लिए, हमारे जनपद के लिए। पाकिस्तान शत्रु है..इसमें कोई संदेह नहीं, हमारे मुस्लिम हमारे हैं..इसमें भी कोई संदेह नहीं है। मैं चाहता हूं यह विवाद खत्म हो। मेरे कारण यदि किसी मित्र, बंधु को दुख पहुंचा हो तो क्षमा मांगता हूं।Ó

    गैरजिम्मेदाराना कदम : केशव

    इलाहाबाद : उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि बरेली के जिलाधिकारी का फेसबुक पर पोस्ट डालना गैरजिम्मेदाराना है। सरकार उनके खिलाफ जल्द कार्रवाई करेगी। इलाहाबाद में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए केशव ने पत्रकारों से कहा कि इससे समाज में गलत संदेश गया है। उनके पोस्ट को सरकार अनुशासनहीनता मानती है।

    डीएम को सस्पेंड करें व पेंशन रोकें : संघ

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी बरेली के जिलाधिकारी के विरोध में उतर गया है। संघ के अवध प्रांत के संघचालक प्रभुनारायण ने फेसबुक पर बरेली के डीएम पर तंज किया है। उन्होंने लिखा है कि बरेली के डीएम ने ठीक कहा है कि पाकिस्तान मुर्दाबाद का नारा लगाने का फैशन हो गया है। नया फैशन सीखना चाहिए। जैसे कश्मीर में हिंदुस्तान मुर्दाबाद, जेएनयू की तरह देश के टुकड़े-टुकड़े आदि आदि। नया जमाना नया फैशन। भारत माता की जय और वंदेमातरम् अब हो गया पुराना फैशन।

    उन्होंने सवाल किया है कि बरेली के डीएम ने ऐसी बात करने की हिम्मत कैसे की? मुख्यमंत्री से उन्होंने कहा है कि कैसे-कैसे सांप, गोजर, सपा, बसपा और कांग्रेस ने पाल रखे थे। आज भी वे दीमक बनकर आपको बदनाम कर रहे हैं। आप फौरन हटाइये इन्हें। आप को नहीं मालूम तो हमसे जानकारी लीजिए। संघचालक ने मुख्यमंत्री से बरेली के डीएम को सस्पेंड कर उनके पिछले दस साल के कार्यकाल की जांच कराने व पेंशन रोकने की मांग की है।

    वहीं, बरेली में बिथरी के भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने कहा कि डीएम की मानसिकता हमारी सरकार के खिलाफ है। ऐसे लोगों को डीएम पद पर नहीं बल्कि जेल में होना चाहिए। 

    बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने कासगंज घटना की पृष्ठभूमि में कारण माने जा रहे नारेबाजी प्रकरण को केंद्र में रखकर 28 जनवरी को निजी विचार साझा किए थे। 39 शब्दों के पोस्ट में उन्होंने यात्रा निकालने के लिए मार्ग चुनने और फिर वहां पर नारेबाजी की बात को लिखा थाी।

    पोस्ट फेसबुक पर साझा होते ही इसके पक्ष और विरोध में तमाम लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी। सोमवार रात तक साढ़े तीन सौ से अधिक लोगों ने इसे लाइक किया तो 422 लोगों ने उनके पोस्ट के बाद अपने कमेंट लिखे। यह बात लखनऊ में सरकार तक पहुंची थी। जिस पर प्रदेश प्रवक्ता व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी आपत्ति जताई थी।

    फेसबुक पोस्ट को लेकर विवादों में घिरे बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने मामले में फेसबुक पर सफाई पेश की है। उन्होंने अपनी पूर्व की पोस्ट से किसी के आहत होने पर माफी मांगी है। बरेली डीएम ने लिखा है कि उनकी पोस्ट बरेली में कांवर यात्र के दौरान आई कानून व्यवस्था की समस्या को लेकर थी। उन्हें उम्मीद थी कि इस पर स्वस्थ चर्चा होगी लेकिन ये दुर्भाग्य है कि इसे अलग ही मोड़ दे दिया गया। उन्होंने कहा कि हम चर्चा इसलिए करते हैं ताकि हम बेहतर हो सकें। ऐसा लगता है कि इससे बहुत से लोगों को आपत्ति भी है और तकलीफ भी।

    उन्होंने कहा कि हमारी मंशा कोई कष्ट देने की नही थी। सांप्रदायिक माहौल सुधारना हम लोगों की प्रशासनिक एवं नैतिक जिम्मेदारी है। मुस्लिम हमारे भाई हैं, हमारे ही रक्त हैं। हमारा डीएनए एक ही है। हमें उन्हें वापस लाना नहीं आया, इस पर फिर कभी। उन्होंने आगे लिखा है कि पाकिस्तान शत्रु है, इसमें कोई सन्देह नहीं है। हमारे मुस्लिम हमारे हैं, इसमे भी कोई संदेह नहीं है। मैं चाहता हूं कि यह विवाद खत्म हो। साथ ही उन्होंने अपनी पूर्व की पोस्ट से किसी के आहत होने पर माफी भी मांगी है।

     

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