Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    बिहार में सीट शेयरिंग और CM फेस को लेकर उलझी राजद-कांग्रेस, इन सीटों पर एक दूसरे के खिलाफ महागठबंधन

    Updated: Sun, 19 Oct 2025 07:20 PM (IST)

    बिहार में महागठबंधन में दरार बढ़ती दिख रही है, खासकर सीट बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस के बीच मतभेद सामने आ रहे हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा से 'इंडिया ब्लॉक' में भी दरारें उजागर हो रही हैं। मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर भी खींचतान है। कई सीटों पर गठबंधन सहयोगी एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

    Hero Image

    बिहार में सीट शेयरिंग और CM फेस को लेकर उलझी राजद-कांग्रेस

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में महागठबंधन में दरार अभी से साफ-साफ दिखने लगी है। बिहार में सीट बंटवारे के विवाद को लेकर गठबंधन को अपनी एकता के बिखरने के साथ ही गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने घोषणा की कि वह बिहार विधानसभा चुनाव अकेली लड़ेगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दरअसल, बिहार और झारखंड दोनों ही राज्यों में विपक्षी गठबंधन भारत ब्लॉक में दरारें पड़ती दिख रही हैं। बिहार में राजद और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर गतिरोध बना हुआ है, जबकि झारखंड में झामुमो ने गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इंडिया ब्लॉक में बढ़ते मतभेद और नेतृत्व के मुद्दे पर तनाव के बीच अब यह भी सवाल उठने लगा है कि क्या इंडिया ब्लॉक अपने वर्तमान स्वरूप में आगे बढ़ पाएगा?

    इंडिया ब्लॉक का इतिहास

    गौरतलब है कि विपक्षी दलों की पहली बड़ी बैठक 23 जून 2023 को बिहार के पटना में हुई। इस बैठक की अध्यक्षता नीतीश कुमार ने की। लेकिन इसके करीब दो साल के भीतर ही नीतीश कुमार फिर से एनडीए में शामिल हो गए हैं। ऐसे में बिहार में जो कभी बीजेपी के खिलाफ संयुक्त मोर्चे का मंच था, वो अब बिखरता दिख रहा है। सीटों के बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद के कारण पटना से अपनी शुरुआत करने वाला गठबंधन बिहार में ही अपनी राह खोता दिख रहा है।

    हालांकि, 2024 लोकसभा चुनाव में गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन किया और 234 सीटें जीती। लेकिन इसके ठीक बाद इस गठबंधन को महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में बड़ी असफलताओं का सामना करना पड़ा है।

    कौन होगा मुख्यमंत्री का चेहरा?

    अब सवाल यह है कि विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व कौन करेगा, इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के साथ तनावपूर्ण संबंधों और दिल्ली चुनाव के दौरान आप के साथ मतभेद के बाद, कांग्रेस अब बिहार विधानसभा चुनाव में खुद को राजद के साथ टकराव में फंसा हुआ पाती है। एक तरफ झामुमो ने गठबंधन पर पुनर्विचार के संकेत देते हुए स्वतंत्र चुनाव लड़ने की घोषणा की है, तो वहीं अब सवाल यह है कि बिहार में महागठबंधन की ओर से सीएम का फेस कौन होगा। राजद द्वारा तेजस्वी यादव को गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश करने की जिद है। लेकिन इस प्रस्ताव का कांग्रेस अब तक समर्थन करते से बचती रही है।

    इन सीटों पर एक दूसरे के खिलाफ महागठबंधन

    बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन सीट बंटवारे के फार्मूले को अंतिम रूप देने में विफल रहा है। गठबंधन के सहयोगी कई निर्वाचन क्षेत्रों में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। वैशाली, लालगंज, कहलगांव और बिहारशरीफ जैसे जगहों पर राजद और कांग्रेस सीधे तौर पर एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हैं, जबकि बछवाड़ा और रोसड़ा में सीपीआई कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ रही है।