वरदराजन को अशोक चक्र
जम्मू-कश्मीर के शोपियां में दो आतंकियों को मारने के बाद शहीद हुए मेजर मुकुंद वरदराजन को शांतिकाल के सर्वोच्च सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित करने का एलान ...और पढ़ें

नई दिल्ली ,जागरण ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर के शोपियां में दो आतंकियों को मारने के बाद शहीद हुए मेजर मुकुंद वरदराजन को शांतिकाल के सर्वोच्च सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित करने का एलान किया गया है। पाकिस्तानी सेना की कुख्यात बॉर्डर एक्शन टीम के एक सदस्य व एक आतंकी को मार गिराने वाले लांस नायक भरत कुमार छेत्री समेत 12 बहादुरों को शौर्य चक्र देने की घोषणा की गई है। इनमें से चार को यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रक्षा सेनाओं के 55 जांबाजों को बहादुरी के तमगों से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। अशोक चक्र के लिए चुने गए 44 राष्ट्रीय रायफल्स के मेजर वरदराजन की अगुआई में 25 अप्रैल, 2014 को जम्मू-कश्मीर के शोपियां स्थित काजीपथरी गांव में एक मकान में छुपे आतंकियों को लंबी मुठभेड़ के बाद मार गिराया गया था। इन आतंकियों ने इससे पहले चुनाव दलों पर भी हमला किया था। मुठभेड़ में मेजर मुकुंद के साथ शहीद हुए सिपाही विक्रम को भी शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है।
सीमा पर सेना के दो जवानों के गले रेतने की घटना के बाद सितंबर, 2013 में आतंकियों और पाक सैनिकों की कुख्यात बॉर्डर एक्शन टीम के सदस्यों को लांस नायक भरत कुमार छेत्री ने करारा जवाब दिया। जम्मू-कश्मीर में रणनीतिक तौर पर अहम 'अब्दुल हट' चौकी पर रॉकेट लांचर के साथ तैनात छेत्री ने एक पाकिस्तानी हवलदार और एक विदेशी आतंकी समेत दो हमलावरों को मार गिराया। गोरखा रायफल्स के इस फौजी की वीरता को भी शौर्य चक्र से सम्मानित करने की घोषणा की गई है।
बहादुरी तमगों की कड़ी में सेना के दो पायलटों की जान बचाने वाले वायुसेना पायलट विंग कमांडर हवी उपाध्याय को भी सम्मानित करने की घोषणा की गई है। उन्होंने बेहद विषम स्थिति में साहस का प्रदर्शन करते हुए सेना के दुर्घटनाग्रस्त ध्रुव हेलीकॉप्टर के जख्मी पायलटों की जान बचाई। पनडुब्बी आइएनएस सिंधुरत्न हादसे में चालक दल के अन्य सदस्यों की जान बचाने वाले लेफ्टिनेंट कमांडर मनोहरन कुमार और कपीश सिंह मुवाल को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजा गया है।

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