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भारतीय समुदाय का खत्म हुआ लंबा इंतजार, यूएई ने दी मंदिर के लिए भूमि

संयुक्त अरब अमीरात ने रविवार को भारतीय समुदाय को मंदिर निर्माण के लिए यहां राजधानी में जमीन आवंटित करने का निर्णय लिया। इस ऐतिहासिक निर्णय लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएई के नेतृत्व को धन्यवाद दिया। दुबई में दो मंदिर हैं लेकिन अबूधाबी में अभी कोई मंदिर नहीं है। विदेश मंत्रालय

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Mon, 17 Aug 2015 12:24 AM (IST)Updated: Mon, 17 Aug 2015 07:59 AM (IST)
भारतीय समुदाय का खत्म हुआ लंबा इंतजार, यूएई ने दी मंदिर के लिए भूमि

अबूधाबी। संयुक्त अरब अमीरात ने रविवार को भारतीय समुदाय को मंदिर निर्माण के लिए यहां राजधानी में जमीन आवंटित करने का निर्णय लिया। इस ऐतिहासिक निर्णय लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएई के नेतृत्व को धन्यवाद दिया।

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दुबई में दो मंदिर हैं लेकिन अबूधाबी में अभी कोई मंदिर नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने एक ट्वीट में कहा, 'भारतीय समुदाय का लंबा इंतजार खत्म हुआ। मोदी के दौरे के अवसर पर यूएई की सरकार ने अबूधाबी में मंदिर बनाने के लिए भूमि आवंटित करने का निर्णय लिया।' यूएई की आबादी में 30 फीसद भारतीय हैं।

मोदी का स्वागत समारोह आज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 अगस्त को दुबई के क्रिकेट स्टेडियम में स्वागत होना है। इसके लिए 50 हजार भारतीयों ने पंजीयन कराया है। स्टेडियम के बाहर बड़े-बड़े स्क्रीन लगाए गए हैं, ताकि बाहर खड़े लोग भी प्रधानमंत्री मोदी को सुन सकें।

यूएई को बताया 'मिनी इंडिया'

अबूधाबी के लिए रवाना होने से पहले मोदी ने नई दिल्ली में 'खलीज़ टाइम्स' को दिए एक साक्षात्कार में यूएई को 'मिनी इंडिया' बताते हुए उसे दिल के बेहद करीब बताया था। साथ ही कहा था कि भारत में जिस तरह के आर्थिक सुधार हो रहे हैं, उसे देखते हुए यूएई के लिए भारत पूंजी निवेश का एक आकर्षक और सुरक्षित स्थान बन सकता है।

क्षेत्रीय या द्विपक्षीय मुद्दे आपस में ही सुलझाएं

साक्षात्कार में मोदी ने खाड़ी के देशों में हिंसा और अस्थिरता पर दुख प्रकट करते हुए बाहरी हस्तक्षेप का विरोध करते हुए कहा था, 'मेरा हमेशा से मानना है कि सबसे अच्छा होगा कि क्षेत्रीय या द्विपक्षीय समस्याएं उनमें शामिल देश आपस में सुलझा लें।'

बातचीत का एजेंडा

पीएम का एजेंडा दोनों देशों के बीच व्यावसायिक रिश्तों को सुधारना है। इसके अलावा, आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट (आइएस) की वजह से क्षेत्र में उपजे संकट पर भी बातचीत हो सकती है।

डोभाल व जयशंकर भी हैं साथ

पीएम मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव एस जयशंकर व अन्य अधिकारी भी हैं।


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