गहरी नींद में रासायनिक गैस के शिकार हुए सीरियाई: मीडिया
मीडिया के अनुसार, गहरी नींद में सो रहे सीरियाई नागरिक पर जानलेवा रासायनिक गैस से हवाई हमला हुआ, जिसमें 70 से अधिक लोगों की मौत हो गयी।
दमिश्क (आइएएनएस)। सीरिया के विद्रोहियों के प्रभाव वाले इडलिब प्रांत के खान शेखुन शहर में गहरी नींद में सो रहे लोगों पर जहरीली गैसों से हमला हुआ, जिसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गयी। इस बात की पुष्टि एक मीडिया रिपोर्ट में हुई है जिसके अनुसार, नींद में सो रहे सीरियाई नागरिकों पर गैस के जहरीले बमों से हमला हुआ।
मामले पर सीरियाई विदेश मंत्री ने कहा कि सेना द्वारा आतंकवादियों या लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का उपयोग नहीं करती है और भविष्य में भी नहीं करेगी। इस जानलेवा रासायनिक हमले में मरने वालों में कई बच्चे भी शामिल हैं। इस हमले में करीब 400 से अधिक लोग घायल हुए हैं। बता दें कि हमला होते ही ज्यादातर लोग चक्कर खाकर गिर पड़े। कुछ उल्टियां करने लगे तो कई के मुंह से झाग निकलने लगा। क्षेत्र के एक नागरिक अब्देल हमीद अलयूसेफ ने सीएनएन को बताया कि गहरी निद्रा में इस हमले के बाद वे नींद से जाग गए, उन्हें सांस लेने में कठिनाई हुई। इस हमले में अब्देल हमीद अलयूसेफ ने पत्नी और दो भाई समेत 9 माह के जुड़वां बच्चों को खो दिया।
रासायनिक हथियारों के उपयोग के आरोपी रहे सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद ने कहा यह ऐसे ही कोई हमला नहीं है। यह विरोधियों के कब्जे वाले क्षेत्र में विध्वंस फैलाने के मकसद से किया गया हमला है। दुनियाभर में इसकी निंदा हो रही है और 6 साल पहले शुरू हुए गृहयुद्ध में इसे सबसे जानलेवा हमलों में से एक बताया गया।
व्हाइट हाउस और यूके ने सीरियाई राष्ट्रपति असद प्रशासन को इस हमले का जिम्मेवार बताया। संयुक्त राष्ट्र में पश्चिमी ताकतों ने सीरियाई प्रशासन का साथ देने के लिए रूस की निंदा की। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि पीड़ितों पर नर्व एजेंट से हमला किया गया और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बताया कि घटना से पता चलता है कि यह केमिकल अटैक विमान से हुआ। इंटरनेशनल एजेंसियां इस हमले में उपयोग किए गए नर्व एजेंट के ऑरिजीन का पता लगा रही हैं।
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