पाक पर बरसा ओबामा प्रेम, सैन्य मदद में छह गुना बढ़ोतरी
अमेरिका की बजटीय घोषणा में पाकिस्तान पर ओबामा प्रेम जमकर बरसा है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तान को उसकी उम्मीद से आगे बढ़ते हुए सैन्य और असैन्य सहायता के तौर पर कुल एक अरब डॉलर (61 अरब रुपये) की सहायता का प्रस्ताव किया है।
वाशिंगटन। अमेरिका की बजटीय घोषणा में पाकिस्तान पर ओबामा प्रेम जमकर बरसा है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तान को उसकी उम्मीद से आगे बढ़ते हुए सैन्य और असैन्य सहायता के तौर पर कुल एक अरब डॉलर (61 अरब रुपये) की सहायता का प्रस्ताव किया है।
बजटीय प्रावधान में तमाम बातों को दरकिनार करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य वित्तीय सहायता में छह गुना की वृद्धि की है। मंत्रालय ने कहा कि पश्चिमी सीमा क्षेत्र और सीमा के अंदर स्थिरता के लिए पाकिस्तानी कोशिशों को बढ़ाने के लिए यह आवश्यक है।
बजटीय प्रावधान में प्रमुख रूप से आतंकियों के खिलाफ पाकिस्तानी सेना को मजबूत करने, परमाणु क्षमता की सुरक्षा, अफगानिस्तान में स्थिरता, आर्थिक विकास व भारत के साथ संबंध सुधार को प्रमुख बिंदु के तौर पर शामिल किया गया है।
गौरतलब है कि भारत हमेशा से अमेरिका के सामने इस मुद्दे को उठाता रहा है कि पाकिस्तान इस सहायता राशि का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में करता है।
दिल में है पाकिस्तान
अमेरिकी विदेश मंत्रालय का कहना है कि पाकिस्तान अमेरिका की आतंकरोधी रणनीति, अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया, परमाणु अप्रसार के प्रयासों व दक्षिण एवं मध्य एशिया में आर्थिक एकीकरण की प्रक्रियाओं के केंद्र में है। मंत्रालय का कहना है कि पाकिस्तान के लिए अमेरिकी बजट स्थिरता व समृद्धि तथा आतंकरोधी कदमों में सुरक्षा सहायता के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता को दिखाता है।
उम्मीद से ज्यादा का प्रावधान
अमेरिका ने 2014 के 4.22 करोड़ डॉलर (260.4 करोड़ रुपये) की तुलना में 2016 के लिए विदेशी सैन्य वित्तीय सहायता को 26.5 करोड़ डॉलर (1635 करोड़ रुपये) कर दिया है। ओबामा प्रशासन ने 33.49 करोड़ डॉलर (2127.5 करोड़ रुपये) के आर्थिक सहायता कोष व आतंकरोधी और अप्रसार के कदमों के लिए 14.31 करोड़ डॉलर (882.65 करोड़ रुपये) का प्रस्ताव किया है।